अक्सर अपने बयानों के चलते विवादों और उन विवादों से पैदा होने वाली सुर्ख़ियों में बने रहने वाले जाकिर नाइक ने एक बार फिर कुछ ऐसा ही कहा है। इस बार जाकिर नाइक ने खाड़ी के देशों में रहने वाले गैर मुस्लिम (विशेष रूप से हिन्दू) लोगों पर बयान दिया है। बयान में उसका कहना है कि अगर खाड़ी के देशों में रहने वाले गैर मुस्लिम पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करते हैं तो उन्हें जेल में बंद कर दिया जाए। इसके अलावा उसने वीडियो में यहाँ तक कहा है कि ऐसे लोगों का समुचित दस्तावेज़ (डाटा बेस) तैयार किया जाए, जो सोशल मीडिया पर इस तरह की टिप्पणी करते हैं।
दरअसल फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाने पर एक शिक्षक का गला काट कर हत्या के बाद जाकिर नाइक का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हुआ। वीडियो इस साल के मई महीने में जारी किया गया था, जिसमें जाकिर नाइक ने भारत के हिंदुओं और पूर्वी देशों में रहने वाले हिंदुओं के लिए अनेक नफ़रत भरी बातें कही थीं। जाकिर नाइक ने वीडियो में कहा कि खाड़ी के देशों में रहने वाले एक वकील ने जेनेवा में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इस याचिका में वकील ने पूछा कि अगर पैगंबर मोहम्मद पर कोई गैर मुस्लिम टिप्पणी करता है तो उसके लिए क्या करना चाहिए?
इसके बाद जाकिर नाइक ने कहा, “उस वकील के लिए मेरा सुझाव है कि अगली बार अगर वह (हिन्दू) किसी भी खाड़ी के देश में वापसी करते हैं, चाहे वह कुवैत हो, सऊदी अरब हो या इंडोनेशिया हो। इस बात की विशेष रूप से निगरानी की जानी चाहिए कि क्या उन्होंने इस्लाम या पैगंबर मोहम्मद के लिए अपशब्द कहे हैं या उन पर अनैतिक या अपमानजनक टिप्पणी की है। सबसे पहले ऐसे लोगों के विरुद्ध शिकायत दर्ज की जानी चाहिए और इसके बाद उन्हें जेल में बंद कर देना चाहिए। इन लोगों के लिए इससे बेहतर कोई और सज़ा नहीं हो सकती है।”
वीडियो के अगले हिस्से में जाकिर नाइक ने और भी अप्रत्याशित बातें कही। जाकिर ने कहा,
“इस बात की जानकारी सार्वजनिक रूप से देनी चाहिए कि हमारे पास ऐसे लोगों के नाम का दस्तावेज़ है लेकिन उनका नाम गुप्त रखा जाए। जैसे ही वह खाड़ी के देशों में वापस आएं वैसे ही उनकी गिरफ्तारी हो और उन्हें अदालत के सामने पेश किया जाए। फिर कार्रवाई पूरी करके उचित दंड दिया जाए। मेरा भरोसा करिए, ज़्यादातर लोग भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं और इस्लाम के विरुद्ध घृणा का माहौल बना रहे हैं, वह डर कर रहेंगे। इससे हम इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद पर होने वाली टिप्पणियों पर रोक लगाने में सक्षम होंगे। जैसे ही 5-10 लोगों पर इस तरह की कार्रवाई होगी, वैसे ही टिप्पणियाँ बंद हो जाएँगी क्योंकि ज़्यादातर गैर मुस्लिम खाड़ी के देशों में यात्रा करते हैं।”
संदर्भ : OpIndia