31 मई 2020 को 15 साल की एक लड़की कंकरखेड़ा थाना के सिंधावाली गांव से लापता होती है। उसे किडनैप करने का आरोप उसके गांव के ही शाकिब पर उसके परिजन लगाते हैं। 5 महीने से ज्यादा तक लड़की का कुछ अता-पता नहीं चलता है।
दो संप्रदायों के बीच मामला होने के कारण हिंदू संगठनों ने पुलिस पर तेजी से काम करने और किडनैप लड़की को शाकिब के चंगुल से छुड़ाने का दबाव भी बनाया। इस बीच कंकरखेड़ा थाने के इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर और एसओजी प्रभारी वरुण शर्मा की टीम ने शाकिब को गिरफ्तार किया।
#Meerutpolice थाना कंकरखेड़ा के ग्राम सिंधावाली से 6 माह पूर्व अपह्रत किशोरी थाना कंकरखेड़ा एवम एसओजी मेरठ टीम द्वारा बरामद मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार I #UPPolice @bstvlive @AmarUjalaNews @JagranNews @ABPNews @News18UP @Live_Hindustan @aajtak @news24tvchannel @ANI @TOILucknow @dgpup pic.twitter.com/TkVefd1z8T
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) November 8, 2020
यह गिरफ्तारी तब हुई, जब आरोपित शाकिब किडनैप की गई किशोरी को लेकर दिल्ली जाने की फिराक में था। लड़की भी बरामद कर ली गई है। पुलिस की पूछताछ में आरोपित शाकिब ने लड़की को बागपत में एक ईंट भट्ठे पर बंधक बनाकर रखने की बात स्वीकार कर ली है।
हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार किडनैप की गई लड़की के साथ शाकिब ने रेप भी किया है। कंकरखेड़ा थाना प्रभारी के अनुसार किशोरी को मेडिकल जाँच के लिए भेजा गया है।
इस मामले में देरी होने पर हिंदू जागरण मंच और किडनैप की गई किशोरी के परिजनों ने कंकरखेड़ा थाने के बाहर 28 अक्टूबर को धरना-प्रदर्शन भी दिया था। बात SSP तक पहुँचने पर इस मामले के लिए एक SIT का गठन कर इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर को नोडल अधिकारी बनाया गया। और उनके नेतृत्व में ही आरोपित को गिरफ्तार कर किडनैप किशोरी को सकुशल बचा भी लिया गया।
संदर्भ : OpIndia