भगवान राम की नगरी अयोध्या में पाच सौ वर्ष बाद राम जन्मभूमि प्रांगण में दीप जलेंगे। यहाँ पर पाँच अगस्त को श्री राम जन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन होने के बाद इस बार तो अयोध्या का तीन दिवसीय दीपोत्सव कार्यक्रम बेहद ही खास होगा। 11 से होने वाले तीन दिनी दीपोत्सव में 13 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ रामलला का दर्शन कर श्री राम जन्मभूमि परिसर में करीब पाँच सौ वर्ष बाद दीप जलाएँगे। सीएम योगी आदित्यनाथ जन्मभूमि परिसर में रामलला की आरती भी उतारेंगे।
अयोध्या में इस दौरान करोड़ों राम भक्तों के लिए भी भव्य इंतजाम किया गया है। वह लोग भी अयोध्या में श्री रामलला के दरबार में वर्चुअल हाजिरी लगाएँगे। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ‘दीपोत्सव’ में वर्चुअली भाग लेंगे। भगवान राम के श्रद्धालु अयोध्या के राम दरबार में आस्था-दीप जलाने से वंचित न रहे, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने पोर्टल तैयार करवाया है। जहाँ लोग वर्चुअल दीप जलाकर श्रीराम का आशीर्वाद प्राप्त कर सकेंगे। प्रदेश सरकार का अनूठा वर्चुअल दीपोत्सव प्लेटफार्म बिल्कुल रियल जैसा अनुभव देगा। पोर्टल पर श्री रामलला विराजमान की तस्वीर होगी।
State govt has decided to launch a website so that people can take part in the 'Deepotsav' celebrations virtually. Prime Minister Narendra modi will also take part in the celebrations of 'Deepotsav' on November 13: UP CMO
— ANI UP (@ANINewsUP) November 8, 2020
500 साल की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण जारी है। ऐसे में इस बार योगी आदित्यनाथ सरकार ‘दीपोत्सव’ को खास बनाने में जुटी है। इस बार भगवान राम के भक्त आस्था व विश्वास के साथ अपने प्रभु के दरबार में वर्चुअल तरीके हाजिरी लगा पाएँगे, साथ ही उनके समक्ष दीप भी प्रज्जवलित कर आशीर्वाद पाने की भी व्यवस्था की जा रही है।
दीप जलाने के बाद जिला प्रशासन धन्यवाद पत्र देगा। यह क्षण ऐसा होगा कि आप स्वयं दीपोत्सव में शामिल हैं। इन सब अत्याधुनिक व्यवस्थाओं के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार एक वेबसाइट तैयार करा रही है। यह वेबसाइट सुविधा प्रस्तावित मुख्य समारोह से पहले 13 नवम्बर को आमजन के लिए उपलब्ध हो जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या दीपोत्सव को भव्य-दिव्य बनाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन स्पष्ट कहा है कि कहीं भी कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। प्रतिदिन के अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। जितने भी कार्यक्रम होंगे सभी में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।
Officials visit 'Deepotsav' celebration site in Ayodhya
We sent a team to look into preparations. Director of Information, Commissioner, DIG & ADG, DM are here to inspect. We appeal to maintain social distancing protocols. Governor wil attend with CM: Addl Chief Secy, Home Dept pic.twitter.com/MNJvX2cdGD
— ANI UP (@ANINewsUP) November 8, 2020
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपोत्सव पर राम की पैड़ी के साथ सभी मठ मंदिरों व घरों में ऐसे दीप जलेंगे, जिससे भगवान राम की नगरी अयोध्या दीप के प्रकाश से पूरी तरह से अलोकित हो जाए। इस बार करीब साढ़े पाँच लाख दीप जलाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामायण के प्रसंगों पर आधारित झाँकियों का अवलोकन करेंगे। इसके साथ ही, श्री राम, सीता और लक्ष्मण के स्वरूप की आरती कर श्री राम का राज्याभिषेक करेंगे। अयोध्या दीपोत्सव की तैयारियों पर मुख्यमंत्री की सीधी नजर है।
Ayodhya: Preparations underway ahead of 'Deepotsav' celebrations by the state govt on 13th November. Director of the Dept of Culture says, "There will be 11 tableaux, based on chapters of Ramcharitmanas, this Deepotsav. A 'darbar' of Ram Lalla will also be depicted."#Diwali pic.twitter.com/sZlPU3W2Tj
— ANI UP (@ANINewsUP) November 7, 2020
योगी ने कहा कि राम की पैड़ी पर इस बार 5.51 लाख दीप जलाए जाएँ। साथ ही, सभी मठ-मन्दिरों और घरों में दीप प्रज्ज्वलन की ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या दीपों के प्रकाश से पूरी तरह आलोकित हो जाए।
सीएम ने निर्देश दिया कि इस दौरान मठ-मन्दिरों में भजन और रामायण पाठ का आयोजन कराया जाए। अयोध्या की भव्य सजावट की जाए। श्रीरामजन्मभूमि, कनक भवन, राम की पैड़ी, हनुमान गढ़ी सहित सभी मन्दिरों में बिजली की सजावट की जाए। इसी प्रकार पुलों, विद्युत पोल आदि पर बिजली की झालर लगाई जाए।
प्रदेश के पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि इस साल दीपोत्सव पर 5 लाख से ज्यादा मिट्टी के दीये जलेंगे। राम जन्मभूमि स्थल पर पहली बार ऐसा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जो पिछले 500 सालों से लंबित पड़ा था।
तिवारी ने कहा कि 500 सालों तक संघर्ष करने के सुप्रीम कोर्ट ने आखिरकार केंद्र सरकार को राम मंदिर निर्माण शुरू करने का आदेश दे दिया। अगर कोरोना नहीं होता तो इस कार्यक्रम में करोड़ों लोग शामिल होते। उन्होंने बताया कि लोग कार्यक्रम स्थल पर न आएँ इसके लिए कार्यक्रम के डिजिटल प्रसारण की तैयारी की गई है।
संदर्भ : OpIndia