आक्रमण में २ हिन्दू गंभीररूप से घायल
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए भी हिन्दुओं की शोभायात्रापर धर्मांधों द्वारा आक्रमण किया जाना, हिन्दुओं की अपेक्षा के परे है । सरकार को यहां के धर्मांधों में कानून का भय उत्पन्न करना अपेक्षित है । सरकार को अब इस आक्रमण के लिए उत्तरदायी लोगों के विरुद्ध कठोर से कठोर दंड मिलने के लिए प्रयास करने चाहिएं !
मुसलमानबहुसंख्यक क्षेत्रों में हिन्दुओं की धार्मिक शोभायात्राओंपर क्यों आक्रमण होते हैं, इसका उत्तर आधुनिकतावादी और धर्मनिरपेक्षतावादी कभी नहीं देंगे और वे इन आक्रमणकारियों को सर्वधर्मसमभाव का उपदेश कभी भी नहीं देंगे, इसे ध्यान में लें !
अम्बेडकरनगर (उत्तर प्रदेश) – यहां १५ नवंबर को यहां के मुसलमानबहुसंख्यक पंहितीपूर बाजार में श्री लक्ष्मी और श्री गणेश की मूर्तियों की विसर्जन शोभायात्रा के समय मस्जिद के सामने डीजे चलाने का कारण बताकर धर्मांधों ने पत्थरबाजी की । वहां के घरों की छत से यह पत्थरबाजी की गई । साथ ही लाठी और धारदार शस्त्रों से हिन्दुओंपर आक्रमण किया गया । इसमें २ हिन्दू गंभीररूप से घायल हुए, तो १० से १२ लोग अल्प मात्रा में घायल हुए । पुलिस ने इस प्रकरण में जुबेर, शेरू, शहजादे, शादान खान, फहीम, शब्बर, जीशान खान के साथ और ८ लोगों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट कर उन्हें बंदी बनाया है और इस क्षेत्र में बडी संख्या में पुलिसकर्मी नियुक्त किए हैं ।
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, पंहितीपुर बाजार से सटे औरंगनगर पुरवा में कुछ दिन पहले लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति स्थापित की गई थी। रविवार को श्रद्धालु शोभायात्रा के बाद नदी में इन्हीं मूर्तियों को विसर्जन करने जा रहे थे, तभी शाम करीब 6:30 बजे यह यात्रा पंहितीपुर बाजार पहुँची।
Ambedkarnagar: Muslim mob attacks Lakshmi-Ganesh Visarjan procession with stones and sharp-edged weapons. Attack happened outside a mosque, two hindus grievously injured. It took Police force of 8 Police stations to save Hindu devotees. https://t.co/D5RsD5IJxU
— Divya Kumar Soti (@DivyaSoti) November 17, 2020
यह इलाका मुस्लिम बाहुल्य है। यहाँ शोभायात्रा में बज रहे डीजे पर समुदाय विशेष ने पहले आपत्ति जताई और जब श्रद्धालुओं ने इसका कारण पूछा तो इस पर विवाद शुरू कर दिया। थोड़ी देर में यात्रा को घेर लिया गया। फिर उन पर ईंट, पत्थर, लाठी, डंडे और धारदार हथियारों से भी हमला किया गया।
घटना की सूचना मिलते ही डीएम, एसपी, एएसपी, एसडीएम, सीओ समेत कई आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुँचे। फौरन हालात नियंत्रित करने के लिए अकबरपुर, बेवाना, महरुआ, अहिरौली समेत 7-8 थानों की फोर्स बुलवाई गई और इलाकों को छावनी में तब्दील किया गया। अब पुलिस 11 उपद्रवियों को पकड़ कर उनसे पूछताछ कर रही है व सीसीटीवी के जरिए साक्ष्य जुटा रही है।
गंभीर रूप से घायल लोगों की पहचान राज ताड़मली और सचिन गुप्ता के रूप में हुई है। पुलिस ने इन दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था लेकिन हालत गंभीर होने के कारण राज ताड़माली को लखनऊ रेफर कर दिया गया।
एएसपी अवनीश कुमार मिश्रा ने मीडिया को बताया कि दो समुदायों के बीच पूरा बवाल डीजे बजाने को लेकर हुआ। अभी हालात सामान्य है। एहतियातन पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी हालत पर नजर बनाए हुए हैं।