तमिलनाडु हिंदू महासभा के राज्य सचिव नागराज की रविवार (नवंबर 22, 2020) को होसुर के आनंद नगर में उनके आवास के पास हत्या कर दी गई। रिपोर्टों के अनुसार, सुबह 8 बजे उनके आवास के पास एक अज्ञात गिरोह द्वारा उन्हें काट दिया गया। बताया जा रहा है कि अज्ञात बदमाशों ने पहले उन्हें घर से बाहर आने के लिए कहा और फिर बाहर आने पर बेरहमी से उनकी हत्या कर दी।
वहीं कुछ अन्य रिपोर्टों में बताया गया है कि नागराज सुबह सैर पर निकले थे। इसी दौरान बदमाशों ने उनके सामने अपनी कार रोक दी और फिर उनके साथ मारपीट करने लगे। जब पीड़ित नागराज ने भागने की कोशिश की, तो आरोपितों ने पीछा किया और सार्वजनिक जगह पर ही उनकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपित वहाँ से भागने में सफल रहे। आरोपितों ने नागराज के सिर और पर पेट पर वार किया था, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हिंदू महासभा नेता ने पुलिस सुरक्षा मांगी थी
घटना की जानकारी मिलने पर, कृष्णागिरी पुलिस घटनास्थल पर पहुँची और मामले की जांच शुरू कर दी। नागराज के शव को पोस्टमार्टम के लिए कृष्णागिरी सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। कथित तौर पर नागराज ने हत्या से कुछ महीने पहले पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने तब उन्हें सुरक्षा प्रदान करने से इनकार कर दिया था। नागराज के परिवार में पत्नी, बेटा और तीन बेटियाँ हैं।
हत्या के बारे में बात करते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) बंदी गंगाधर ने दावा किया कि शुरुआती रिपोर्ट में भीषण घटना के पीछे व्यक्तिगत दुश्मनी की बात सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि नागराज के हत्यारों को पकड़ने के लिए 6 टीमों का गठन किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें संदेह है कि नागराज की रियल एस्टेट और मनी-लेंडिंग बिजनेस में प्रतिद्वंद्विता थी।” पुलिस ने सांप्रदायिक या राजनीतिक एंगल को दरकरिनार करते हुए कहा कि अपराध करने वाले 3-5 लोगों के गिरोह पर संदेह है।
संदर्भ : OpIndia