वैशाख कृष्ण ३ , कलियुग वर्ष ५११५
सांगली – हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे ६ से १० जून की कालावधिमें गोवामें द्वितीय अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशन संपन्न हो रहा है । इस अधिवेशनका आमंत्रण बुधवारको श्रीशिवप्रतिष्ठानके संस्थापक पू. संभाजीराव भिडे (गुरुजी)को दिया गया । इस अवसरपर श्री. दत्तात्रय रेठरेकर, श्री. राजाराम रेपाळ, श्रीमती मधुरा तोफखाने एवं कु. प्रतिभा तावरे उपस्थित थीं । उस समय पू. भिडेगुरुजीको पिछले अधिवेशनकी जानकारी देकर प्रसिद्ध किए दैनिक सनातन प्रभातके अंक दिखाए गए ।
जिंदादिल बनने हेतु दैनिक सनातन प्रभात पढना चाहिए ! – पू. भिडेगुरुजी
पू. भिडेगुरुजीने कहा, `मनुष्यको जिंदा रहने हेतु जिस प्रकार अन्न एवं जलकी आवश्यकता होती है, उसी प्रकार अंत:करण जिंदा रखने हेतु हर व्यक्तिको दैनिक सनातन प्रभातका वाचन करना चाहिए । सामाजिक स्तरपर हिंदुओंका समर्थन करनेवाला, उनके लिए लडनेवाला, झगडनेवाला, उनपर हुए अन्यायकी सूचना देनेवाला; एकमेव दैनिक सनातन प्रभात है । यह दैनिक कट्टर हिंदुत्वका पोषण करता है तथा लोगोंमें भी उस भावको जागृत कर रहा है । सनातनके साधकोंका त्याग भी गौरवास्पद है । हिंदुत्वके कार्य हेतु मैं निरंतर आपके साथ हूं तथा आपको कोई समस्या हो तो आपके बुलानेसे पहले ही मैं वहां उपस्थित रहुंगा । ’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात