वैशाख कृष्ण ३ , कलियुग वर्ष ५११५
नालासोपारा – अलग-अलग राज्योंमें पांच वर्षकी बालिकासे लेकर वृद्ध महिलाओंपर होनेवाली अत्याचारोंकी घटनाएं समाचारपत्रोंमें पढकर, धर्मांधोंकी वासनांधता तथा इन घटनाओंके संदर्भमें राज्यकर्ता एवं प्रशासनकी निष्क्रीयता देखकर नालासोपाराकी शिवसह्याद्री सोसायटी स्थित महिलाओंने हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंके पास चिंता व्यक्त की । इसके उपरांत समितिके कार्यकर्ताओंने रामनवमीके दिन सोसायटीके पुरुष एवं महिलाओंको एकत्रित कर श्रीरामका सामुहिक जप तथा रामरक्षास्तोत्रका पठन किया । इस अवसरपर समितिके कार्यकर्ता श्री.सदानंद पांचाळजीने उपस्थितोंको धर्म तथा राष्ट्रकी वर्तमान स्थिती बताकर हिंदु धर्मियोंपर तथा धर्मपर होनेवाले विविध आक्रमणोंके विरोधमें हम सबने शारीरिक,मानसिक तथा अध्यात्मिक दृष्टीसे सक्षम होना चाहिए; ऐसा प्रतिपादन किया । इस अवसरपर उपस्थित सोसायटीके ३० स्त्री तथा पुरुषोंने यहां धर्मरक्षणवर्ग चालू करो यह मांग समितिसे की ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात