पश्चिम बंगाल ताड़केश्वर के ओंकारनाथ मठ में बड़े पैमाने पर भूमि अतिक्रमण को लेकर रियल एस्टेट माफियाओं का दबदबा बढ़ता जा रहा है। हाल ही में, बिल्डरों द्वारा भूमि अतिक्रमण के खिलाफ विरोध करने पर मठ के प्रमुख को धमकी दी गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल ही में ओंकारनाथ मठ के प्रमुख त्रिवेणी स्वामी केशव रामानुज जीयूर महाराज जी ने मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण करने के मामले का विरोध किया था। जिसको लेकर एक बिल्डर ने उन्हें धमकी दी। जिसके बाद मठ के प्रमुख ने तारकेश्वर पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
Premises of Omkarnath Mutt at Tarakeshwar is encroached and Head of Mutt threatened by rowdy promoters.
The temerity behind such aggressive act stems out of administrative and political indifference and intolerance towards Hindu Temples.Stop attacking Hindu Temples !! pic.twitter.com/MXJjrtcQnS
— Shovan Shesadrinath Ramanujdas (@shesadrinath) December 5, 2020
बता दें हाल ही में मठ के परिसर से सटे भूमि को एक स्थानीय प्रमोटर द्वारा खरीदा गया था। तारकेश्वर जोय कृष्ण बाजार के पास की जमीन पर आने जाने की जगह नहीं थी। जिसके बाद जगह बनाने के लिए बिल्डर ने मठ से जुड़ी दलदली जमीन को ही जेसीबी से भरकर मठ परिसर के माध्यम से एक सड़क बनाना शुरू किया, जिस वजह से दोनों पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई। जैसे ही इस अतिक्रमण का स्वामी महाराज ने विरोध किया, उन्हें धमकी दी गई और साथ ही दुर्व्यवहार किया गया।
गौरतलब है कि 2017 में बहु-मंजिला इमारत के निर्माण के समय मठ की सीमा की दीवार को भी ध्वस्त कर दिया गया था। उस दौरान घटना के संबंध दर्ज किया गया मुकदमा अभी भी अदालत की तारीखों के चक्कर काट रहा है।
इतना ही नहीं स्वामी केशव रामानुज जीयूर महाराज जी को कथिततौर पर स्थानीय गुंडों द्वारा मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। गुंडों ने मठ के प्रमुख को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी है। वहीं इस मामले में उन्होंने स्थानीय पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई है क्योंकि उनके पास इसके अलावा कोई चारा नहीं है।
वहीं अब मामले के सामने आने के बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने अन्य हिंदू संगठनों के साथ मिलकर राज्य में रियल एस्टेट माफिया और भूमि अतिक्रमण के खिलाफ मंदिर को समर्थन देने के लिए मठ प्राधिकरण से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।
संदर्भ : OpIndia