केरल में पत्रकार एसवी प्रदीप (SV Pradeep) की एक सड़क दुर्घटना के कारण मौत हो गई। केरल सोना तस्करी मामले को लेकर वो खासे मुखर थे और इस पर लगातार रिपोर्टिंग भी कर रहे थे। तिरुवनंतपुरम में पत्रकारिता करने वाले एसवी प्रदीप (SV Pradeep) सोमवार (दिसंबर 14, 2020) को शाम 4 बजे एक ट्रैफिक सिग्नल के पास काराक्कमण्डप्पम में सड़क दुर्घटना के शिकार हुए और उनकी मौत हो गई। बाइक से जा रहे पत्रकार को उसी दिशा में जा रही एक गाड़ी ने टक्कर मारी।
उनकी रहस्यमयी तरीके से हुई मौत को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। वो न सिर्फ केरल की सत्ताधारी LDF (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट) सरकार, बल्कि लगातार अपना प्रभाव बढ़ा रहे इस्लामी कट्टरपंथियों के खिलाफ भी खासे मुखर थे। केरल में सोना तस्करी की आँच मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के दफ्तर तक जा पहुँची है। केरल के इस ताज़ा ‘हिट एंड रन’ मामले की बात करें तो पीछे से तेज गति से आ रही एक ट्रक ने पत्रकार की बाइक को ठोकर मार दी।
पुलिस ने इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी निकाला है, जिसमें देखा जा सकता है कि पत्रकार एसवी प्रदीप (SV Pradeep) को एक SML ट्रक ने टक्कर मारी। इस फुटेज में पत्रकार टक्कर लगने के साथ सड़क पर पड़े हुए दिखते हैं और तेज गति से ट्रक भाग निकलता है। असिस्टैंट कमिश्नर के नेतृत्व में इस मामले की जाँच के लिए टीम गठित कर दी गई है। पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है।
एसवी प्रदीप को इससे पहले कई बार धमकियाँ मिल चुकी थीं। उन्होंने हाल ही में पिनाराई विजयन सरकार की तरफ उँगली उठाते कई इनवेस्टिगेटिव रिपोर्ट्स मीडिया में लाई थी, जो केरल के सोना तस्करी मामले से जुड़ा हुआ था। कहा जा रहा है कि वो इस मामले में एक बड़ा खुलासा करने वाले थे। हाल ही में केरल के इस्लामी कट्टरपंथियों ने भी उनकी आलोचना की थी। वो न्यूज़ 18, जय हिन्द, मीडिया वन, मंगलम और कैराली जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के साथ काम कर चुके थे।
निमोरा पुलिस थाने में पीड़ित परिजनों ने शिकायत दर्ज करा कर उन्हें मिली धमकियों के आधार पर हत्या की आशंका जताई है। केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, केरल भाजपा के अध्यक्ष के सुरेंद्रन, और नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथला ने इस मामले में जाँच की माँग की है। केरल पुलिस ने एक जॉय नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर के ट्रक को जब्त कर लिया है। सुरेंद्रन ने कहा है कि मृत पत्रकार कई राज खोलने वाले थे।
सितम्बर 2020 में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के संयोजक बेनी बेहानन ने सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को पद से हटाने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि जब से मुख्यमंत्री कार्यालय पर सवाल उठने शुरू हुए हैं, पिनराई का पद पर बने रहना अनुचित है। उनका दावा था कि सीएमओ के खिलाफ आरोप गंभीर हैं और पिनराई को जाँच में सहयोग करना चाहिए।