मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित बेगमबाग इलाके में ‘रामनिधि संग्रहण’ रैली निकालने के दौरान मुस्लिम समुदाय के अराजक तत्वों ने हिन्दू संगठन पर पथराव किया था। इस घटना पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने उन लोगों पर कड़ी कार्रवाई की है जो पथराव की घटना में शामिल थे। पुलिस और नगरपालिका की संयुक्त टीम ने उस घर को ध्वस्त कर दिया है, जिसके आस-पास मौजूद होकर कुछ महिलाएँ और बच्चे यात्रा निकालने वालों पर पथराव कर रहे थे।
Madhya Pradesh: Police and municipal teams demolished house in Ujjain's Begum Bagh from where women and children threw stones on Ram Yatra taken out on Friday to collect funds for temple construction in Ayodhya pic.twitter.com/DU3eBaNZA7
— Free Press Journal (@fpjindia) December 26, 2020
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ जिस घर के नज़दीक अराजक तत्वों ने पथराव की घटना को अंजाम दिया था, वह ग़ैरक़ानूनी था। इसके बाद अधिकारियों ने घर को जेसीबी मशीन से ध्वस्त कर दिया।
#उज्जैन, बेगमबाग में जिस घर से राम भक्तों पर पत्थरबाजी हुई थी, उसे JCB द्वारा ध्वस्त कर दिया गया है।
पहले शहर काजी के दबाव में प्रशासन नें अतिक्रमण को हटाने पर रोक लगा दी थी परंतु बाद में सामाजिक संगठनों व उज्जैन के जन सामान्य के कहने पर अवैध घर को गिरा दिया गया है। @ippatel pic.twitter.com/K23hpEhFId
— Hindu Yuva Vahini Gujarat (@HyvGujarat) December 26, 2020
मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित बेगमबाग में शुक्रवार (दिसंबर 25, 2020) की शाम हिंदू संगठनों की रैली (रामनिधि संग्रहण रैली) पर जम कर पत्थरबाजी की गई थी। मुस्लिम भीड़ की इस हरकत के बाद दोनों समुदायों के बीच झड़प हुई और इलाके में तनाव व्याप्त हो गया था। वहाँ खड़ी कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। तोड़फोड़ और पथराव की इस घटना में लगभग 10 लोग घायल हुए थे। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया है।
हिंदू कार्यकर्ता अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए रैली निकाल रहे थे। इस रैली को टॉवर क्षेत्र से महाकाल क्षेत्र स्थित भारत माता मंदिर तक जाना था। तभी रास्ते में ही बेगमबाग क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के कुछ असामाजिक तत्वों ने रैली पर पथराव शुरू कर दिया। रैली में शामिल हिंदू भारी पत्थरबाजी के बीच किसी तरह जान बचाकर निकलने में सफल रहे।
संदर्भ : OpIndia
उज्जैन : राम मंदिर के लिए चंदा जमा करने निकले रैली पर जिहादी भीड़ ने किया हमला
मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित बेगमबाग में शुक्रवार (दिसंबर 25, 2020) की शाम हिंदू संगठनों की रैली पर जम कर पत्थरबाजी की गई। बताया गया है कि मुस्लिम भीड़ की इस हरकत के बाद दोनों समुदायों के बीच झड़प हुई और इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। वहाँ खड़ी कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। तोड़-फोड़ और पथराव की इस घटना में 10 लोगों के घायल होने की सूचना है। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया है।
हिंदू कार्यकर्ता अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए रैली निकाल रहे थे। इस रैली को टॉवर क्षेत्र से महाकाल क्षेत्र स्थित भारत माता मंदिर तक जाना था। तभी रास्ते में ही बेगमबाग क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के कुछ असामाजिक तत्वों ने रैली पर पथराव शुरू कर दिया। हिन्दू कार्यकर्ताओं ने भारी पत्थरबाजी में खुद को घिरे हुए देख कर वहाँ से भागने में ही भलाई समझी। लेकिन, उन्होंने अपनी गाड़ियाँ वहीं छोड़ दीं।
इसके बाद मुस्लिम भीड़ ने गाड़ियों को ही निशाना बनाना शुरू कर दिया। तोड़फोड़ के कारण सभी गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं। पुलिस को जैसे ही इस घटना की सूचना मिली, उसने घटनास्थल पर पहुँच कर स्थिति को नियंत्रित किया। डीएम आशीष सिंह और एसपी सत्येन्द्र शुक्ला भी मौके पर पहुँचे। डीएम ने आपसी विवाद को झगड़े की वजह करार दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने स्थिति को संभाल किया है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस पत्थरबाजी में न सिर्फ गाड़ियों के शीशे टूटे, बल्कि दुकानों के काँच भी टूट गए। क्षेत्र में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। कुछ लोग हिरासत में भी लिए गए हैं। घटना से आक्रोशित हिंदुओं ने महाकाल थाने का घेराव किया और न्याय की माँग की। भाजपा सांसद अनिल फिरौजिया भी थाने पहुँचे। दोपहिया वाहनों की इस रैली पर शाम के 6 बजे पथराव हुआ। बदमाशों को चिह्नित कर के कार्रवाई की जा रही है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra) ने अयोध्या में बनने जा रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए एक देशव्यापी जन संपर्क और योगदान अभियान शुरू करने की योजना बनाई है। इस दौरान लोगों को जन्मभूमि आंदोलन के ऐतिहासिक महत्व से भी अवगत कराया जाएगा। जनसंपर्क अभियान मकर संक्रांति से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक जारी रहेगा। इस अभियान के तहत अरुणांचल प्रदेश, नागालैंड, अंडमान निकोबार और त्रिपुरा जैसे सुदूर के राज्यों तक में श्रीराम मंदिर की ऐतिहासिकता से रामभक्तों को अवगत कराया जाएगा।
संदर्भ : OpIndia