इस प्रकार के लोगों को फर्जी आधार कार्ड जैेसे दस्तावेज कहां से मिलते है यह भी जांचना चाहिए तथा इस प्रकार के फर्जी दस्तावेज देनेवालों पर भी कडी कार्यवाही होनी चाहिए । – संपादक, हिन्दुजागृति
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लव जिहाद का एक मामला सामने आया है, जिसमें रफ़ीक खान नाम का युवक अपनी पहचान छुपा कर एक हिन्दू युवती से शादी करने जा रहा था। इस बात की जानकारी मिलते ही हिन्दूवादी संगठनों ने युवक से पूछताछ कर जब उसका आधार कार्ड देखा, तो पता चला कि उसका आधार कार्ड भी नकली है। ज़ी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक़, पुलिस ने इस घटना की जानकारी मिलते ही आरोपित रफ़ीक को गिरफ्तार कर लिया।
रफ़ीक मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले का निवासी है और उसने अपना नाम रवि यादव बताया था। रफ़ीक खान ने रवि नाम से ही एक फ़र्ज़ी पहचान पत्र (आधार कार्ड) भी बनवा रखा था। लगभग डेढ़ साल पहले रफ़ीक का रायसेन के गेंहूरास गाँव की रहने वाली हिन्दू लड़की के घर आना जाना शुरू हुआ। वह पीड़िता के भाई के साथ काम करता था, जिसकी वजह से उसकी युवती से भी पहचान हुई। फिर हिन्दू युवती और रफ़ीक के बीच बातचीत बढ़ी, उसने पीड़िता को बहला-फुसलाकर प्रेम जाल में फँसा लिया।
दोनों के बीच शादी की बात होने लगी, इस बीच रफ़ीक कई बार पीड़िता के परिवार वालों से मिलने भी गया। उसने हिन्दू युवती के परिवार वालों से बताया कि काफी समय पहले उसके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है और वह अनाथ है। इस संबंध में पीड़िता के परिजनों का कहना था कि आरोपित का काफी समय से उनके घर आना जाना था। वह पूजा पाठ में भी शामिल होता था और मदद भी करता था जिसकी वजह से उन्हें कभी किसी तरह का संदेह नहीं हुआ।
रफ़ीक हिन्दू युवती के साथ भोपाल के कोलार स्थित मंदिर में शादी कर ही रहा था कि तभी रायसेन जिला स्थित मंडीदीप के हिन्दू संगठन को इस बात की सूचना मिली। मामले की जानकारी मिलते ही वह तुरंत मौके पर पहुँचे और उन्होंने तुरंत रफ़ीक से पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ में उसने बताया कि उसका नाम रवि है और उसका अपना कोई नहीं है।
जब आरोपित से उसका आधार कार्ड माँगा गया तो वह नकली निकला और हिन्दूवादी संगठन ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने तत्काल प्रभाव से आरोपित रफ़ीक को गिरफ्तार कर लिया।
हिन्दूवादी संगठनों ने इस मामले में एक और युवक के शामिल होने का भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि शिव कुमार भार्गव नाम का युवक इस घटना के षड्यंत्र में शामिल था। वह शादी के वक्त मंदिर में मौजूद था लेकिन हिन्दू संगठन के लोगों को देखकर मौके से फ़रार हो गया। फ़िलहाल उसका नंबर बंद है और पुलिस उसकी खोजबीन में जुट गई है।
संदर्भ : OpIndia