पिछले कुछ दिनों में राम मंदिर संकल्प निधि के लिए दान माँग रहे हिन्दू कार्यकर्ताओं पर देश के कई हिस्सों में हमले की खबरें आई हैं। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद अब ताज़ा मामला गुजरात के कच्छ का है, जहां गांधीधाम के किदाना गांव में इसे लेकर दो समुदायों के बीच संघर्ष हो गया, जो दंगे में बदल गया। ये घटना रविवार (जानवर 17, 2021) की शाम की है, जब हिन्दू कार्यकर्ता अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने निकले थे।
गांधीधाम के डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) वीआर पटेल ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बात करते हुए बताया कि ये दो समूहों के बीच के संघर्ष का मामला है और पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँच कर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है। पुलिस ने कहा है कि इस मामले में आगे जाँच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि गांव में राम रथयात्रा पर कुछ शरारती तत्वों द्वारा पत्थरबाजी के बाद ये संघर्ष शुरू हुआ, जो हिंसक हो गया।
पुलिस ने दोनों समूहों में से कई लोगों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बी डिवीजन पुलिस थाना के इंचार्ज सुमित देसाई ने कहा कि अभी पुलिस शिकायत लिखने में ही व्यस्त है, इसीलिए इस घटना में घायलों की संख्या का अनुमान नहीं लगाया जा सका है। FIR दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, स्थिति इतनी भयंकर हो गई कि ये दंगेबाजी में बदल गई।
तहसील गांधीधाम (कच्छ) के किडाना गांव में श्री राम मंदिर निर्माण हेतु रथयात्रा का आयोजन किया हुआ था जिसमें मुस्लिम लोगो ने मस्जिद से पत्थर बाज़ी की ओर हथियारों से हमले करके रथ को तोड दिया ओर घायल किया है स्वयंसेवकों को @vijayrupanibjp @narendramodi @SureshChavhanke @beingarun28 pic.twitter.com/5aZ58rpu3B
— કચ્છ_ધણી (@kutch_dhani) January 17, 2021
भगवान श्रीराम के रथ के पास एक समूह जमा हो गया और उसने वहां आगजनी शुरू कर दी। इस रैली का आयोजन विश्व हिन्दू परिषद (VHP) ने किया था। इस दौरान हिंसक भीड़ ने एक ऑटो और 2 बाइकों को भी आग के हवाले कर दिया। वो हिंसा पर उतारू थे। किदाना गांव में IPC की धारा-144 लगा दी गई है और कर्फ्यू जैसा माहौल है। पुलिस को स्थिति शांत करने के लिए आँसू गैस के गोले के इस्तेमाल करना पड़ा।
वहीं मुंद्रा तालुका के सडाऊ गांव में भी इसी तरह की घटना हुई। कच्छ के रेंज इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (IGP) जेआर मोथालिया ने कहा कि किदाना के राम रथयात्रा के पास अचानक से एक बड़ी भीड़ जमा हो गई, जिन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी। TOI के सूत्रों का कहना है कि पुलिस को भी नहीं छोड़ा गया और जवानों पर भी भारी पत्थरबाजी हुई, जिसमें कुछ घायल भी हुए हैं। इसी तरह अंजार में भी तनाव हो गया, जहां के मार्ग से कई कंपनियों के कर्मचारी दफ्तर जाते हैं।
इसी तरह मुंबई पुलिस ने मालवणी में विश्व हिन्दू परिषद् (VHP) के 3 नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था। इन विहिप नेताओं ने ‘राम मंदिर समर्पण निधि’ अभियान के लिए पोस्टर लगाए थे, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने ये कार्रवाई की थी। मुंबई पुलिस ने भगवान राम के पोस्टर को भी फाड़ डाला था, जिसका वीडियो और तस्वीरें वायरल होने के बाद लोग आक्रोशित हो गए थे। राम मंदिर निर्माण के लिए धन जुटाने हेतु विहिप अभियान चला रहा है, जिसके तहत लोगों से चंदा माँगा जा रहा है।
संदर्भ : OpIndia