तमिलनाडु में एक हिन्दू मंदिर पर हुए हमले की घटना सामने आई है। Commune Mag की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में एक हिंदू मंदिर की दीवारों पर ईसाई क्रॉस चिन्ह पेंट कर उसे एक चर्च में बदलने का प्रयास किया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना तिरुपत्तूर जिले के नटरमपल्ली तालुक में एलापल्ली गाँव में घटित हुई है। जहाँ जिले में स्थित अम्मान मंदिर की सभी दीवारों पर क्रिश्चियन क्रॉस सिंबल को पेंट कर दिया गया।
ग्रामीणों द्वारा नटरामपल्ली पुलिस के पास दर्ज शिकायत के मुताबिक, मंदिर काफी पुराना है और जहाँ हिंदू परंपराओं के अनुसार 250 परिवारों द्वारा देवी देवताओं की पूजा की जाती है। ग्रामीणों को संदेह है कि यह घिनौनी करतूत मंदिर को चर्च में बदलने का एक प्रयास है।
शिकायत में बताया गया है कि महेंद्रन और बेबी के बेटे बासकर ने पहले भी मूर्तियों और मंदिर के दानपात्र को तोड़ा था, जिसकी शिकायत 2 बार जुलाई और नवंबर 2020 में पुलिस में दर्ज की गई थी। ग्रामीणों का आरोप है कि उसी व्यक्ति ने फिर से मंदिर में तोड़फोड़ की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 14 जनवरी की रात (पोंगल का दिन) बासकर ने कथित तौर पर स्ट्रीट लाइट को बंद कर मंदिर को चर्च में बदलने के लिए वहाँ की दीवारों, फर्श आदि पर ईसाई क्रॉस पेंट किया था। यहीं नहीं उसी ने मंदिर के पास बिजली के खंभे और पुल पर भी क्रॉस बनाया था।
ग्रामीणों ने आगे आरोप लगाया कि इस घटना के बारे में पूछने पर बासकर ने उन लोगों से गाली-गलौज और उनके साथ दुर्व्यवहार किया था। उन्होंने कहा कि बासकर ने उन्हें यह कहकर धमकाया कि वे उसके साथ कुछ नहीं कर सकते क्योंकि उसके पीछे पाँच लोगों का सपोर्ट है। उसने यह भी कहा था कि उसने उन्हीं पाँच लोगों के उकसाने पर यह हरकत की और उनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता।
वहीं अब ग्रामीणों ने उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाले अपराधियों के खिलाफ पुलिस से कड़ी कार्रवाई की माँग की है।
संदर्भ : OpIndia