ब्लैक लिस्टेड और फर्जी संस्था के नाम पर अवैध रूप से विदेशी अनुदान प्राप्त कर गबन करने वालों के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को केस दर्ज किया है। इसमें 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है। मुख्य आरोपी अनिल मार्टिन ने फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट का उल्लंघन करते हुए विदेशों से अनुदान हासिल किया। इसके लिए फर्जी और ब्लैक लिस्टेड संस्थाओं के नाम पर करोड़ों रुपए का विदेशी अनुदान लिया गया। इसके बाद इसे अपनी निजी खातों में ट्रांसफर कर लिया। भोपाल क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
ये है मामला
क्राइम ब्रांच में डॉक्टर निशिकांत विश्वास ने नियम विरुद्ध विदेशी फंड लेकर गबन की शिकायत की थी। जांच में आरोपी अनिल मार्टीन की भोपाल स्थित रजिस्टर्ड संस्था सेंट जॉन इवेन्जिलिकल लूथरन चर्चेस मध्यप्रदेश व ईएलसीइन एमपी, छिंदवाडा के कुल 11 गवर्निंग सदस्यों द्वारा अवैध रूप से विदेशी फंड संस्था के खाते में प्राप्त किया। इसके बाद नियम विरुद्ध तरीके से पैसा निकालकर अन्य बैंक खातों में ट्रांसफर कर लिए। यही नहीं, सदस्यों ने मिलीभगत कर संस्था की अचल संपत्तियों को भी धोखाधड़ी कर बेच दिया।
बनाई फर्जी संस्था
आरोपी अनिल मार्टिन ने सेंट जॉन इवेन्जिलिकल लूथरन चर्चेस इन मप्र को गोविंदपुरा डी. सेक्टर भोपाल के नाम पर रजिस्टर्ड किया गया था। इसमें अनिल मार्टिन प्रबंधक है। सूचना के अधिकार के तहत जानकारी ली गई। इसमें सामने आया कि क्षेत्र में इस नाम से कोई संस्था नहीं है। संस्था का रजिस्ट्रेशन इसी नाम की छिदंवाड़ा में संचालित संस्था के नाम पर कराया गया। इसे वर्ष 2015 व 2017 में केंद्र सरकार ने विदेशी अनुदान लेने के लिए ब्लैक लिस्टेड किया गया। बावजूद अनिल मार्टिन ने विदेशी अनुदान लिया।
फर्जी तरीके से पत्नी को बताया चीफ फंक्शनरी
आरोपी अनिल मार्टिन द्वारा उक्त संस्था के वार्षिकी फाइनेंशियल स्टेटमेंट में अवैध हस्ताक्षर व सील का उपयोग करके केंद्रीय गृह मंत्रालय में नियम विरूद्ध तरीके से जमा किया गया। आरोपी के विरुद्ध थाना चौराई जिला छिंदवाडा में वन संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज होकर प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद भी संस्था में चीफ फंक्शनरी के रूप में संचालन करते हुए अवैध रूप से विदेशी अनुदान प्राप्त किया जा रहा है। यही नहीं, आरोपी ने संस्था सेंट जॉन इवेन्जिलिकल लूथरन चर्चेस इन मप्र के चीफ फंक्शनरी को नियम विरुद्ध तरीके से नाम बदलकर स्वयं की पत्नी को फर्जी तरीके से संस्था का चीफ फंक्शनरी बनाया गया।
ये सदस्य आरोपी बनाए गए
अनिल मार्टिन निवासी गोविन्दपुरा, भोपाल, ई पंचू, निवासी नागपुर, नितिन सहाय निवासी छिंदवाडा, एस के सुक्का निवासी रायपुर, अनिल मैथ्यूस निवासी सागर, जीटी विश्वास निवासी बैतूल, अशोक चौकसे निवासी छिंदवाडा, डीए प्रसाद निवासी आमला, बैतूल, अशोक कुमार निवासी कोरिया, छत्तीसगढ़, डीडी खलको निवासी कोरिया, शिवाजी पोकालो निवासी पांढुर्णा।
संदर्भ : दैनिक भास्कर