मंदिरों का सरकारीकरण होने के बाद अभी तक जो होता आया है, वही श्री जगन्नाथपुरी मंदिर के संदर्भ में हो रहा है ! ऐसी घटना रोकने के लिए मंदिर को सरकार से मुक्त कर भक्तों को सौंपना आवश्यक है ,अन्यथा मंदिर की भूमि, संपत्ति सभी कुछ सरकार बेंच देगी !
भुवनेश्वर – ओडिसा की बिजू जनता दल सरकार ने श्री जगन्नाथ मंदिर की ओडिसा और अन्य ६ राज्यों की कुल ३५ सहस्र २७२ एकड भूमि बेंचने का निर्णय लिया है, ऐसी जानकारी कानून मंत्री प्रताप जेना ने भाजपा विधायक मोहनचरण मांझी के प्रश्न का उत्तर देते समय विधानसभा में दी । ‘ओडिसा के पूर्व राज्यपाल बी.डी. शर्मा की अध्यक्षता में स्थापित एक समिति द्वारा की शिफारिस के अनुसार उपरोक्त निर्णय लिया गया है’, ऐसा जेना ने कहा ।
Odisha government to sell 35,000 acres of land owned by Lord Jagannath Temple, encroachers asked to payhttps://t.co/XZHaCP5rEj
— OpIndia.com (@OpIndia_com) March 17, 2021
१. ओडिसा राज्य के ३० जिलों में से २४ जिलों में श्री जगन्नाथ मंदिर की कुल ६० सहस्र ४२७ एकड भूमि है । उसमें से ३४ सहस्र ८७७ एकड भूमि के अधिकार के कागजात शासन के पास उपलब्ध हैं । राज्य शासन की ‘समान नीति’ इस योजना के अंतर्गत भूमि बेचने का प्रस्ताव तैयार किया गया है ।
२. इसमें राज्य की कुछ भूमि और अन्य राज्यों की संपत्ति पहले ही बेचकर वो पैसा मंदिर के खाते में जमा किया गया है । १२ वीं शताब्दी में बांधे गए इस मंदिर को मिले दान में बिहार, बंगाल, छत्तीसगड, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश इन राज्यों में भी भूमि और संपत्ति है । कुछ भूमि काश्तकारों को दी गई है, जबकि कुछ का उपयोग सरकारी योजनाओं के लिए किया जा रहा है। मंदिर से भी आमदनी हो रही है।