केरल में हिंदू युवक से शादी करने वाली एक मुस्लिम महिला के परिजनों ने उसकी जान लेने की कोशिश की। घटना राज्य के पथानमथिट्टा जिले के कलंजूर में तब हुई जब महिला अपने माता-पिता से मिलने मायके पहुँची। महिला पर उसकी बहन और जीजा ने हमला किया। दोनों कथित तौर पर उसके अंतरधार्मिक विवाह से नाराज थे।
घटना में महिला के बाजुओं में चोट आई, जिसके बाद उसे रन्नी अस्पताल में भर्ती किया गया। पुलिस ने मामले में पीड़िता के बयान के आधार पर उसकी बहन और जीजा के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। पुलिस पता लगा रही है कि ये हमला जायदाद के लिए किया गया या फिर ऑनर किलिंग का प्रयास था।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने हिंदू व्यक्ति से 8 माह पहले शादी की थी और अपने मायके से कुछ दूरी पर उसके साथ रह रही थी। घटना वाले दिन जब महिला अपने माता-पिता के घर आई, तब वहाँ उसकी बहन और जीजा भी मौजूद थे। यहीं उन दोनों की पीड़िता से किसी प्रॉपर्टी को लेकर झड़प हुई और उन्होंने पीड़िता पर हमला बोल दिया।
कथित तौर पर पीड़िता की बहन अपनी पैतृक संपत्ति उसके (पीड़िता) साथ साझा करने पर नाराज थी। इसलिए उसने अपनी बहन के साथ लड़ाई की और गुस्से में एक धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया। घटना में वह बुरी तरह घायल हो गई। पुलिस का कहना है कि महिला की शादी को लेकर खासी आपत्तियाँ नहीं थी, लेकिन फिर भी घटना में इसकी जाँच जरूरी है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ऐसे अंतरजातीय विवाह का मामला उत्तर प्रदेश के नोएडा से सामने आया था। यहाँ एक मुस्लिम महिला ने हिंदू प्रेमी से शादी करने के बाद पुलिस के सामने गुहार लगाई थी कि वह अपने पति के साथ रहना चाहती है न कि अपने माता-पिता के साथ।
इस केस में पुलिस ने बताया था कि 22 फरवरी को महिला के घरवालों ने उसके पति पर अपहरण का आरोप लगाते हुए शंका जताई थी कि उनकी बेटी की जान खतरे में है, लेकिन घटना के 2 माह बाद थाने पहुँच कर स्वयं महिला ने साफ किया कि वह अपने हिंदू प्रेमी से शादी कर चुकी है और अब उसे अपने घर वापस नहीं जाना।
संदर्भ : OpIndia