राजस्थान के उदयपुर में एक डॉक्टर और एक एमबीबीएस छात्र रेमडेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा गया है। कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज के परिजन की शिकायत पर पुलिस ने कालाबाजारी कर रहे डॉक्टर मोहम्मद अबीर और और उसके साथी को गिरफ्तार किया। आरोपियों से उनके पूरे गिरोह की जानकारी प्राप्त करने के लिए पूछताछ की जा रही है।
Udaipur: Police have arrested a doctor of a private hospital and a second-year MBBS student for black marketing of Remdesivir injections; further investigation underway#Rajasthan pic.twitter.com/BZcsYfV8iZ
— ANI (@ANI) April 22, 2021
उदयपुर पुलिस ने बताया कि उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की सूचना मिली थी। इसके बाद एक पुलिसकर्मी को ग्राहक बनाकर आरोपितों के पास भेजा गया। आरोपितों ने 2800 रुपए का रेमडेसिविर इंजेक्शन 35,000 रुपए में बेचने का सौदा तय किया। इसके बाद निजी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर मोहम्मद अबीर और उसके साथी एमबीबीएस छात्र मोहित पाटीदार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। रुपयों के लेन-देन में डॉक्टर ने 2 इंजेक्शन लेने पर प्रति इंजेक्शन 35,000 रुपए की बात कही। डॉक्टर ने एक इंजेक्शन के लिए इससे भी अधिक कीमत बताई।
गिरफ्तार डॉक्टर मोहम्मद अबीर उदयपुर के गीतांजलि मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजिस्ट है। अबीर मूल रूप से उदयपुर के सवीना का रहने वाला है। दूसरा आरोपित गीतांजलि मेडिकल कॉलेज में ही एमबीबीएस के सेकेंड ईयर का छात्र है।
उदयपुर के एकलिंगपुरा चौराहे से पुलिस बुधवार (21अप्रैल 2021) दोनों को पकड़ा। ग्राहक बनकर आए पुलिसकर्मी ने अपने साथियों की सहायता से दोनों को गिरफ्तार किया। इनके पास से इंजेक्शन भी बरामद किए गए।
संदर्भ : OpIndia