धर्मवीर संभाजी महाराज के संदर्भ में आपत्तिजनक लेखन करने का प्रकरण
नगर (महाराष्ट्र) : श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान की ओर से श्री क्षेत्र शनिशिंगणापुर के पुलिस निरीक्षक और जामखेड के तहसीलदार से ज्ञापन सौंपकर दैनिक ‘लोकसत्ता के संपादक गिरीश कुबेर द्वारा लिखित ‘रिनैसंस द स्टेट’ पुस्तक पर केवल महाराष्ट्र में ही नहीं, अपितु पूरे देश में तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की गई । इस ज्ञापन में यह भी चेतावनी दी गई है कि इस पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही लेखक गिरीश कुबेर के विरुद्ध तत्काल अपराध प्रविष्ट किया जाए, अन्यथा श्र शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान इ0सृॄ0 पुस्तक क विरोध करने के लिए सडक पर उतरेगी ।
गिरीश कुबेर के विरुद्ध तत्काल अपराध प्रविष्ट किया जाए ! – नितीन शिंदे, पूर्व विधायक
सांगली (महाराष्ट्र), २९ मई (संवाददाता) : पूर्व विधायक श्री. नितीन शिंदे ने यह मांग करते हुए कहा है कि दैनिक ‘लोकसत्ता’के संपादक गिरीश कुबेर ने अपनी पुस्तक ‘रिनैसंस द स्टेट’ में ‘धर्मवीर संभाजी महाराज ने उनकी माता सोयराबाई और अष्टप्रधान मंडल की हत्या की’ यह झूठा दावा किया है । यह दावा किसी भी ऐतिहासिक प्रमाण पर आधारित नहीं है । ऐसा लेखन कर गिरीश कुबेर ने समाज-जातियों को विभाजित करने का प्रयास किया है । अतः राज्य सरकार गिरीश कुबेर की पुस्तक ‘रिनैसंस द स्टेट’ की सभी प्रतियां जब्त कर उनके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट करें ।
इस पुस्तक में धर्मवीर संभाजी महाराज की बदनामी किए जाने के विरोध में श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान की ओर से गिरीश कुबेर के विरुद्ध राजवाडा चौक पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किए, उसमें श्री. नितीन शिंदे ने यह मांग की ।
इस अवसर पर भाजपा पार्षद अधिवक्ता (श्रीमती) स्वाती शिंदे, प्रतिष्ठान के कार्यवाह श्री. प्रसाद रिसवडे, सर्वश्री अमर पडळकर, अविनाश मोहिते, संतोष पाटिल, राजू जाधव, प्रदीप निकम, तानाजी शिंदे, अमित सूर्यवंशी, संजय जाधव, अशोक पाटिल, निखिल सावंतसहित भाजपा-शिवसेना के अनेक कार्यकर्ता और हिन्दू एकता आंदोलन के पदाधिकारी उपस्थित थे ।
गिरीश कुबेर के विरुद्ध पुणे में भाजपा की ओर से शिकायत प्रविष्ट
पुणे : गिरीश कुबेर के विरुद्ध राजे शिवराय प्रतिष्ठान के अध्यक्ष तथा भाजपा युवा मोर्चा पुणे नगर क उपाध्यक्ष महेश पवळे ने यहां के वारजे पुलिस थाने में शिकायत प्रविष्ट की है । उसमें उन्होंने गिरीश कुबेर ने इस पुस्तक में झूठी जानकारी क्यों अंतर्भूत की ?, इसकी गहन जांच करने की मांग करते हुए उनके विरुद्ध न्यायालयीन कार्यवाही करने की मांग की है ।