सोलापुर (महाराष्ट्र) में ऑनलाइन व्याख्यान
सोलापुर : वर्ष १८५७ के विद्रोह के उपरांत अंग्रेजों ने हिन्दुओं से शस्त्र छीन लिए और वर्ष १९२० के उपरांत अहिंसा के नाम पर हिन्दुओं के मन में स्थित शस्त्र छीन लिए गए । उसके कारण हिन्दुओं को शौर्य का विस्मरण होने से वे अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करना भूल रहे हैं । हिन्दुओं को शौर्यविहीन बनानेहेतु विविध जिहाद के माध्यम से षड्यंत्र रचा जा रहा है । उसके कारण ही आज अनेक हिन्दू महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं । हिन्दू जनप्रतिनिधियों की हो रही हत्याएं, मंदिरों का सरकारीकरण जैसी अनेक घटनाएं हो रही हैं । ऐसे समय में सेक्युलर (धर्मनिरपेक्षतावादी) पुलिस भी शांत रहती है; इसलिए अब प्रत्येक हिन्दू को शौर्य की पूजा करनी चाहिए और यही समय की मांग है । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. केतन पाटिल ने ऑनलाइन शौर्यजागृति व्याख्यान में ऐसा प्रतिपादित किया । हाल ही में सोलापुर, सांगोला, फलटण, बारामती, मंगळवेढा और पंढरपुर के धर्मप्रेमियों लिए व्याख्यान का आयोजन किया गया था, उसमें वे ऐसा बोल रहे थे । इस व्याख्यान का सूत्रसंचालन कु. शीतल पारे ने किया ।