नासिक (महाराष्ट्र) : आप यदि शूर और पराक्रमी हैं, तो आपका नाम इतिहास के पन्नों में अंकित किया जाएगा । आजकल फिल्मों और दूरचित्रवाणी के माध्यम से केवल हिन्दू देवताओं का ही अनादर किया जा रहा है । हमारे हिन्दू कार्यकर्ताओं को एक तो मार डाला जा रहा है अथवा उनपर झूठे आरोप लगाकर कारागार में बंद किया जा रहा है । ऐसी स्थिति में हमारे सामने शौर्यजागरण करने के अतिरिक्त अन्य कोई विकल्प नहीं है । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. गौरव जमदाडे ने यह मार्गदर्शन किया । समिति की ओर से हाल ही में ऑनलाइन शौर्यजागरण व्याख्यान का आयोजन किया गया था । साथ ही उन्होंने अपने मार्गदर्शन में आज के समय स्वरक्षा प्रशिक्षण और धर्मशिक्षा लेने की आवश्यकता बताकर प्राथमिक चिकित्सा के चल रहे वर्गों के संदर्भ में भी बताया । इस अवसर पर कु. किंजल सोनवणे ने व्याख्यान का उद्देश्य स्पष्ट किया, तो कु. संस्कृति वाघ ने सूत्रसंचालन किया । इस कार्यक्रम में स्वरक्षा प्रशिक्षण के प्रदर्शनों का वीडियो दिखाकर शौर्यजागरण किया गया ।
विशेषतापूर्ण
इर्स व्याख्यान में जुडे अनेक धर्मप्रेमियों ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए ‘आज किसी शिक्षित व्यक्ति को भी धर्म के संबंध में पूछा गया, तो वह कोई बोल नहीं सकता; इसलिए इसके लिए समिति द्वारा किए जा रहे प्रयास बहुत अच्छे हैं ।’, यह प्रतिक्रिया व्यक्त की ।