गूगल का भारतद्वेष !
कल यदि गूगल ने भारत को पाकिस्तान का अंश दिखाया, तो उसमें आश्चर्य कैसा ! स्वतंत्रता के ७४ वर्ष उपरांत भी भारत के अनेक क्षेत्रों को अंग्रेज और मुघल आक्रमणकारियों के नाम होना सरकारी तंत्र को लज्जाप्रद ! राष्ट्रप्रेमियों की यह मांग है कि सरकार इन नामों को तत्काल बदलकर उन्हें भारतीय नाम दें !
नगर (महाराष्ट्र) : ‘गूगल मैप’ पर यहां के पौटींजर रोड का नाम औरंगजेब रोड दिखाया जा रहा है । यह क्षेत्र भिंगार सैन्य छावणी परिषद की सीमा में आता है । इस क्षेत्र में गोपनीयता एवं सुरक्षा के लिए सेना के नियम लागू हैं । इस मार्गपर सैन्य अधिकारियों के पुराने बंगलें हैं । पहले अंग्रेज अधिकारी के नाम से इस मार्ग को पौटींजर रोड नाम दिया गया था । ऐसा बताया जाता है कि गूगल मैप सरकारी तथा आधिकारिक नामों के साथ लोगों द्वारा पोस्ट किए जानेवाले नाम भी अंतर्भूत करता है । कोई बात अनेक लोगों द्वारा उल्लेखित की गई, तो ‘गूगल’ की ओर से उसको स्वीकारा जाता है, साथ ही अनेक लोगों ने यदि उसपर आपत्ति दर्शाई, तो उसे बदला भी जाता है ।
नगर के भूमिस्थिति भुवन को अपने नियंत्रण में लेने हेतु औरंगजेब ने बहुत प्रयास किए थे । (जिस क्रूरकर्मी औरंगजेब ने स्वराज्य हडप लेने हेतु असीम प्रयास किए, ऐसे औरंगजेब का उदात्तीकरण और वह भी छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र राज्य में किया जाना, सरकारी तंत्र के लिए लज्जाप्रद ! – संपादक) अपने युद्धअभियान से निर्गमन के समय वर्ष १७०७ में नगर में ही औरंगजेब की मृत्यु हुई थी । यह स्थान इस मार्ग से निकट ही है । इस कृत्य के संदर्भ में वैभवशाली नगर संस्था के भैरवनाथ वाकळे ने कहा कि सेना की सीमा के अंतर्गत कोई भी काम सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण होता है । गूगल को नगर में स्थित सडकों के नाम देते समय जिला प्रशासन और सेना बल से पूछ लेना चाहिए । (अभीतक देश के मानचित्र का विकृतिकरण करनेवाले इस प्रकार के विदेशी प्रतिष्ठान अब देश के अंदर भी विभाजन के बीज बो रहे हैं, यही इससे ध्यान में आता है । क्या केंद्र सरकार अब तो ऐसे प्रतिष्ठानों के विरुद्ध कार्यवाही करेगी ? – संपादक)