नगर में महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य में ‘ऑनलाइन शौर्यजागृति व्याख्यान’ का आयोजन
नगर (महाराष्ट्र) : एन्.सी.ई.आर्.टी. के इतिहास की पाठ्यपुस्तक में छत्रपति शिवाजी महाराज एवं महाराणा प्रताप जैसे पराक्रमी हिन्दू राजाओं का इतिहास केवल ४ पंक्तियों में पढाया जाता है । जिन मुघलों ने हिन्दुओं पर अनन्वित अत्याचार किए, उनका इन पाठ्यपुस्तकों में उदात्तीकरण किया जाता है । छात्रों को यदि ऐसी शिक्षा मिली, तो हिन्दुओं के पराक्रमी राजाओं ने दिया बलिदान अगली पीढी की समझ में कैसे आएगा ? मुघलों ने हिन्दुओं पर जो अत्याचार किए, उसे अगली पीढी कैसे जान सकेगी ? अतः इतिहास का विकृतिकरण रोकने तथा छात्रों को सच्चा इतिहास पढाए जाने हेतु हिन्दुओं को संगठितरूप से प्रयास करने आवश्यक है । हिन्दू जनजागृति समिति के युवा संगठक श्री. हर्षद खानविलकर ने ऐसा प्रतिपादित किया । महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य में यहां के धर्मप्रेमियों के लिए आयोजित किए गए ऑनलाइन शौर्यजागृति व्याख्यान में वे ऐसा बोल रहे थे । अनेक धर्मप्रेमियों ने इस व्याख्यान का लाभ उठाया । इस अवसर पर स्वरक्षा प्रशिक्षण प्रदर्शनों की ध्वनिचित्रचक्रिका दिखाई गई ।