कोरोना महामारी के कारण अमरनाथ यात्रा लगातार दूसरी बार रद्द कर दी गई है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस साल लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अमरनाथ यात्रा को रद्द करने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 28 जून से भक्तों के लिए हिमलिंग के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की जाएगी। उपराज्यपाल ने कहा, “कोरोना को देखते हुए अमरनाथ यात्रा रद्द करने का फैसला जनता के व्यापक हित में लिया गया।”
कोरोना से उपजे हालात के कारण श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने पहले ही एडवांस पंजीकरण को बीच में बंद कर दिया था हालांकि एडवांस पंजीकरण एक अप्रैल से शुरू हुआ था। यात्रा को लेकर पिछले काफी दिनों से असमंजस बना हुआ था उपराज्यपाल ने यात्रा के मुद्दे पर इससे पहले दिल्ली में अपनी दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात की थी। पिछले साल की तरह इस साल भी बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा से आरती का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
अमरनाथ मंदिर भारत के जम्मू-कश्मीर में हिमालय की एक गुफा में 3888 मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह हिंदूओं के पवित्र मंदिरों में से एक है और 51 शक्तिपीठों में से एक है। 2020 में भी कोरोना वायरस महामारी के कारण तीर्थयात्रा रद्द कर दी गई थी।
हाल ही में जम्मू-शहर के त्रिकुटा नगर और जीआरपी पुलिस स्टेशन के बाहर आतंकी संगठन तहरीक-उल-मुजाहिदीन का कथित धमकी भरा पोस्टर चस्पा मिला। इसमें अमरनाथ यात्रा पर न आने की लोगों को धमकी दी गई। आतंकी हमले की धमकी देने वाला पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पिछले हफ्ते एजेंसियों ने सुरक्षा बढ़ा दी थी। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पवित्र अमरनाथ यात्रा के दौरान कई बार आतंकी हमले हो चुके हैं। इसमें कई यात्री अपनी जान गँवा चुके हैं।
संदर्भ : OpIndia