पौष पूर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११६
फैजाबाद – अयोध्या में तीर्थयात्री को नशीला इंजेक्शन लगाकर उसकी दोनों आंखें निकाल लिए जाने की वारदात सामने आई है। यह तीर्थयात्री झारखंड का है। इस वारदात को मानव अंग तस्करों की कारस्तानी माना जा रहा है। 28 दिसंबर की इस घटना का खुलासा तब हुआ जब कोडरमा (झारखंड) के सांसद रविंद्र राय ने फैजाबाद के सांसद लल्लू सिंह को फोन कर मामले में जांच कराने की सिफारिश की।
सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि झारखंड निवासी कृष्णदेव वर्मा (35) बीती 24 दिसंबर को अयोध्या तीर्थयात्रा पर आया था। 28 दिसंबर को वह अयोध्या रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने जा रहा था। इसी दौरान उसके साथ हादसा हुआ। कृष्णदेव के परिवारीजनों के अनुसार, उसकी तबीयत खराब थी। अयोध्या रेलवे स्टेशन के पास एक युवक ने खुद को गिरीडीह का बताते हुए उसे इलाज करवाने का झांसा दिया और पास ही खड़ी एक मारुति वैन में बैठा लिया। वैन में दो लोग पहले से थे। उन्होंने कृष्णदेव को नशीला इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया। फिर किसी वक्त उसकी दोनों आंखें निकाल लीं और शौचालय के पास छोड़कर फरार हो गए।
देर रात घायल कृष्णदेव को दर्द से तड़पता देखकर लोगों ने एंबुलेंस बुलाई और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान अस्पताल स्टाफ ने उसके परिवार से संपर्क किया। 30 दिसंबर को कृष्णदेव के घरवाले उसे लेकर झारखंड चले गए। इसके बाद सांसद रविंद्र राय के जरिए जानकारी फैजाबाद के सांसद को मिली और उन्होंने एसएसपी को वारदात के बारे में बताया। एसपी सिटी आरएस गौतम ने बताया कि क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम को जांच सौंप दी गई है। जल्द ही एक टीम झारखंड जाएगी। अयोध्या में भी पुलिस छानबीन में जुट गई है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स