पौष पौर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११६
नई दिल्ली: निर्देशक राजकुमार हिरानी की फिल्म ‘पीके’ में धार्मिक पाखंडों, अंधविश्वासों और पोंगापंडितों पर जमकर प्रहार किया गया है। धर्म के नाम पर कारोबार करने वालों की खिंचाई करते हुए फिल्म में बताया गया है कि दान-दक्षिणा से आपका कोई काम नहीं होता है, लेकिन अब यह बात सामने आ रही है कि इसकी शूटिंग के दौरान धार्मिक स्थलों को यूनिट की ओर से दान दिए गए। न्यूज चैनल एबीपी पर आई रिपोर्ट में बताया गया है कि शूटिंग के दौरान जयपुर के एक चर्च को 20 हजार और नासिक के एक मंदिर को 25 हजार रुपये दान दिए गए। चैनल के मुताबिक, हिरानी के प्रवक्ता ने भी इसकी पुष्टि की है।
फिल्म में एक सीन है, जिसमें पीके का किरदार निभा रहे आमिर खान को हाथ में पूजा की थाली लेकर चर्च जाते हुए दिखाया गया है। चर्च में आमिर खान नारियल फोड़ने की कोशिश करते हैं। यह सीन जयपुर के एक चर्च में फिल्माया गया है। चर्च के पादरी जेसी जोसफ ने न्यूज चैनल को बताया कि फिल्म यूनिट ने चर्च को 20 हजार रुपये का चंदा दिया। उन्होंने कहा कि हमने इसकी कोई मांग नहीं की थी। इतना ही नहीं फिल्म निर्देशक राजकुमार हिरानी ने चर्च को एक बड़ा क्रूस भी दिया, जिसे वह मुंबई से अपने साथ लेकर आए थे।फिल्म में एक दूसरा सीन है, जिसमें आमिर नासिक के कालाराम मंदिर में लोट-लोट कर भक्ति भाव दिखाते हैं। फिल्म में मंदिर में होने वाले पाखंड का पीके खूब मजाक उड़ाता है, लेकिन फिल्म की यूनिट ने से इस मंदिर को शूटिंग के बाद 25 हजार रुपये दान में दिए। काला राम मंदिर के ट्रस्टी पांडुरंग बोडके न्यूज चैनल से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि मंदिर को 25 हजार रुपये दान में मिले हैं। कुछ लोगों ने मंदिर में आमिर की शूटिंग करने को विरोध भी किया था, लेकिन बाद में इजाजत मिल गई थी।
न्यूज चैनल ने दावा किया है कि राजकुमार हिरानी के प्रवक्ता ने माना है कि फिल्म की शूटिंग के समय मंदिर और चर्च को दान दिया गया था। इस विवाद के बीच जयपुर के एक शख्स ने फिल्म के खिलाफ शहर के बजाज नगर पुलिस स्टेशन में मुकद्दमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने शिकायत पर फिल्म ऐक्टर आमिर खान, राजकुमार हिरानी, प्रड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा और सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष लीला सैमसन के खिलाफ मामला दर्ज भी कर लिया है।
स्त्रोत: नवभारत टाइम्स