हिन्दुओं के हित के लिए निःस्वार्थ भाव से संघर्ष करनेवाले योद्धा का गौरव !
राष्ट्ररक्षा और धर्मरक्षा के लिए उल्लेखनीय कार्य करनेवाले हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर को ‘संविधान के रक्षक’ पुरस्कार मिलने पर हिन्दू जनजागृति समिति उनका हार्दिक अभिनंदन कर रही है । यह पुरस्कार हिन्दुओं के हित के लिए निःस्वार्थ भाव से संघर्ष करनेवाले योद्धा का गौरव है, ऐसा हम मानते हैं ।
हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता @ssvirendra जी को आज @HinduEcosystem_ द्वारा ‘संविधान के रक्षक’ सम्मान से सम्मानित किया जाएगा, इसलिए हम उनका अभिनंदन करते है ।
साथ ही अधिवक्ता @AshwiniUpadhyay जी को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सम्मान मिलने के लिए उनका भी अभिनंदन!@KapilMishra_IND pic.twitter.com/h76PJH6VVC
— HinduJagrutiOrg (@HinduJagrutiOrg) July 6, 2021
आज राष्ट्र और धर्म की स्थिति अत्यंत विकट है । इसलिए राष्ट्र और धर्म के लिए निरपेक्ष कार्य करने की आज नितांत आवश्यकता है । लगन से कार्य करनेवालों का इस प्रकार गौरव होने से अन्य अधिवक्ताओं को भी ऐसा कार्य करने की स्फूर्ति मिलेगी, ऐसा हमें विश्वास है । ईश्वर, देश और धर्म के लिए संघर्ष करनेवालों का ऐसा सम्मान होना ही चाहिए । इसके लिए अगवानी करनेवाले हिन्दू इकोसिस्टम, भाजपा नेता कपिल मिश्र और समारोह में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहनेवाले मा. केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंहजी के प्रति भी हम आभारी हैं, ऐसा हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा सूचित किया गया है ।
Blessed to b an instrument in Divine Hands
Going to be awarded by Hon. @girirajsinghbjp ji@kapilmishra_ind https://t.co/1kaA8OUPik— Ichalkaranjikar V.S. (@ssvirendra) July 6, 2021
अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर द्वारा किया हुआ उल्लेखनीय कार्य :
१. अधिवक्ता इचलकरंजीकर द्वारा प्रविष्ट जनहित याचिका के कारण पंढरपुर स्थित श्री विठ्ठल-रुक्मिणी देवस्थान को उनकी 900 एकर भूमी पुनः प्राप्त हुई है ।
२. अनेक सरकारीकृत मंदिर उदा, मुंबई के श्री सिद्धीविनायक मंदिर, शिरडी स्थित श्री साईबाबा संस्थान, पश्चिम महाराष्ट्र देवस्थान व्यवस्थापन समिति के अंतर्गत आनेवाले 3067 मंदिरों का घोटाला उजागर किया है ।
३. झूठे आरोप में फंसाए गए अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं के अभियोग वे निःशुल्क लड रहे हैं ।
४. अवैध पशुवधगृह, राष्ट्र्रध्वज का अपमान, कागदी लुगदी की अशास्त्रीय गणेश मूर्ति आदि अनेक विषयों में भी उन्होंने सफल संघर्ष किया है ।