EXCLUSIVE : इस्लामिक स्टेट से जुड़ने जा रहीं मेडिकल, कैट की २ लड़कियां को रोका

पौष  कृष्ण पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६

IS_girlहैदराबाद: पिछले दिनों बेंगलुरु से इस्लामिक स्टेट का टि्वटर अकाउंट चलाने वाला इंजीनियर मेहदी बिस्वास गिरफ्तार किया गया। कई शहरों के अलावा हैदराबाद से भी खबरें आईं कि आईएस में शामिल होने जा रहे युवा पकड़े गए हैं। इसलिए भास्कर ने अपने रिपोर्टर को हैदराबाद भेजा। आठ दिन की तहकीकात में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।

23 साल की सबीना (काल्पनिक नाम) एमबीबीएस की छात्रा। जींस पहनती है। नकाब भी। करीमनगर की ये लड़की कैट की तैयारी में जुटी अपनी एक दोस्त के साथ इराक जाकर आईएस में शामिल होना चाहती थी। लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गई और उनके मंसूबे धरे रह गए।

देश के लिए आतंक का ये नया चेहरा है। स्थानीय युवकों पर आईएस के असर से तो पुलिस वाकिफ थी, लेकिन लड़कियों की इस हद तक दिलचस्पी चौंकाने वाली है। मामला तब खुला, जब हैदराबाद में पकड़े गए चार लड़कों के ग्रुप की पड़ताल पुलिस ने शुरू की। ये चारों आईएस में शामिल होने की योजना बना रहे थे।

इसकी शुरुआत उन्होंने अहले हदीस (काल्पनिक नाम) नाम के फेसबुक पेज से की थी। इंटरनेट पर इस पहल का नतीजा यह हुआ कि दूसरे युवाओं ने भी इसमें  दिलचस्पी लेना शुरू किया। सबीना भी इन्हीं में से एक थी, जो अपने भाई अफजल (काल्पनिक नाम) के साथ इराक में जारी आतंकी लड़ाई में शामिल होने की फिराक में थी।

सबीना का नाम सामने आते ही जांच से जुड़े अफसरों के कान खड़े हुए। एक अफसर ने बताया कि जो तथ्य सामने आए, वे हैरान करने वाले थे। जैसे सबीना के साथ हैदराबाद की उसकी दोस्त रुखसाना तो किसी भी कीमत पर आतंकी लड़ाई में शामिल होने को आतुर थी। इतना ही नहीं इस खतरनाक इरादे को पूरा करने के लिए उसने अपनी मां को भी इराक चलने के लिए तैयार कर लिया था। हालांकि उसने उन्हें अपने मकसद के बारे में साफ-साफ नहीं बताया था। उन्हें ये भी नहीं पता था कि इराक कैसे जाना है, वहां पहुंचकर आईएस से कैसे संपर्क कायम होगा और फिर करेंगे क्या? मूल योजना में पहले चार युवकों को इराक रवाना होना था। ये चार युवा ही बाकी को बताने वाले थे कि उन्हें आगे क्या करना है।

पुलिस ने करीब 30 दिन तक पूछताछ की। फिर 60 दिन तक सबकी काउंसलिंग हुई। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस अफसर कहते हैं कि सभी युवा कड़ी निगरानी में हैं। पकड़े गए लड़कों को उनके परिजनों ने रिश्तेदारों के घर भेज दिया है, उनके मोबाइल वापिस ले लिए गए हैं। इंटरनेट एक्सेस पर सख्त रोक है। एक लड़के के रिश्तेदार ने बताया कि हम हैरत में हैं कि अच्छे-खासे पढ़े-लिखे ये नौजवान किस कदर बहके हुए हैं। मगर हम किसी सूरत में उन्हें बर्बाद नहीं होने देंगे। रोकेंगे ही।

स्त्रोत: दैनिक भास्कर

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