उत्तर प्रदेश के आगरा में नाई की मंडी में बवाल के बाद तनावपूर्ण शांति छाई हुई है। सभी बाजार बंद है और पुलिस की गश्त जारी है। कई प्रभावित इलाकों में पीएसी तैनात की गई है और अधिकारी दौरा कर रहे हैं। प्रशासन ने दोनों पक्षों की बैठक बुलाई है। शासन ने भी प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है।
गौरतलब है कि बारावफात के जुलूस के दौरान नाई की मंडी में टकराव हुआ। जुलूस में शामिल मेटाडोर में लगे स्पीकरों की ऊंचाई अधिक थी। उसे जबरन वहां से निकालने का प्रयास हुआ। तार काटे गए। इस कारण पथराव, बोतल फिंकाई और फायरिंग से अफरा-तफरी मच गई। दहशत में बाजार बंद हो गया। चार लोगों के जख्मी होने की सूचना है। कई वाहन टूट गए। पुलिस के सुरक्षा घेरे में रुका हुआ जुलूस निकला। रास्ते भर नौजवानों ने ऊधम काटा।
घटना शाम करीब छह बजे की है। मंटोला से हाजी बिलाल के नेतृत्व में बारावफात का जुलूस शुरू हुआ। जुलूस में बड़ी संख्या में नौजवान शामिल थे। हाथों में तलवारें लिए हुए थे। जुलूस के साथ मेटाडोर चल रही थी। उसमें ऊंचे-ऊंचे स्पीकर लगे थे। जुलूस मीरा हुसैनी चौराहे से होता हुआ नाई की मंडी की तरफ बढ़ा। नाई की मंडी डिवीजन चौकी के पास बिजली के तार हवा में झूल रहे हैं। दुकानों के बाहर टीनशेड लगे हैं। मेटाडोर वहां से नहीं निकल पा रही थी। यह देख युवकों ने टीन शेड तोड़ दिया। तार काट दिए। कुछ घरों की लाइट चली गई।
इसी बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई जो बढ़ती चली गई। देखते ही देखते टकराव शुरू हो गया। जबरदस्त पथराव होने लगा। भगदड़ मच गई। उस समय बाजार खुला हुआ था। सड़कों पर चहल-पहल थी। बवाल में कई राहगीर फंस गए। पथराव के साथ कांच की बोतल फिंकाई होने लगे। इसी दौरान किसी ने फायरिंग भी कर दी। सूचना मिलते ही सीओ छत्ता विवेक त्रिपाठी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। वह भी भीड़ में घिर गए। यह खबर सेट पर चलते ही बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। स्थिति पर काबू पाया गया। जुलूस में शामिल लोगों को पुलिस मीरा हुसैनी चौराहे के पास वापस ले आई। वे नारेबाजी करने लगे।
वहीं दूसरी तरफ दूसरे समाज के लोगों ने मोर्चा संभाल रखा था। पुलिस ने सबसे पहले उन्हें खदेड़ा। उसके बाद पुलिस के सुरक्षा घेरे में जुलूस शुरू कराया गया। बाजार बंद था। गलियों में सन्नाटा था। जुलूस में शामिल लड़कों ने यह देख दुकानों के शटरों पर पत्थर मारना शुरू कर दिया। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया मगर किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। दूसरे समाज के लोग फिर भड़कने लगे। पुलिस ने जैसे-तैसे उन्हें शांत किया। माहौल शांत होने के बाद डीएम पंकज कुमार और एसएसपी राजेश मोदक मौके पर आ गए। नाई की मंडी थाने पर डेरा डाल दिया।
स्त्रोत : लाइव्ह हिन्दुस्थान