हिन्दू धर्म और देवताओंका अनादर करनेवाले तथा लव जिहादका समर्थन करनेवाले हिन्दूद्रोही चलचित्र ‘पीके’ के विरोधमें हिन्दू जनजागृति समितिने व्यापक आन्दोलन खडा किया है । इसीके एक भाग स्वरूप ‘इंटरनेट’द्वारा भी इस विषयमें जनजागृति की जा रही है । भगवान श्रीकृष्णकी कृपासे उसे अभूतपूर्व प्रतिसाद मिल रहा है । उसका ब्यौरा आगे दिया जा रहा है ।
१. समितिका जालस्थल :
Hindujagruti.Org इस समितिके वैधानिक जालस्थलपर इस विषयमें जनजागृति आन्दोलन किया जा रहा है । २२ दिसम्बर से ४ जनवरी अर्थात दो सप्ताह में समितिके अंग्रेजी एवं हिन्दी जालस्थलपर ‘पीके’ से सम्बन्धित जागृति करनेवाले समाचारोंको ७८ सहस्र से अधिक हिंदू धर्माभिमानियोंने पढा है ।
२. फेसबुक
समितिके ‘फेसबुक’ खातेके पृष्ठोंपर चलचित्रका वास्तविक स्वरूप उजागर करनेवाले ‘पोस्ट’ किए गए हैं । #BoycottPK नामसे (‘हॅशटॅग’से) ये पोस्ट किए जा रहे हैं । अंग्रेजी और हिंदी पृष्ठों पर किए गए इन पोस्टद्वारा ४० लाख से अधिक हिंदुओं तक यह विषय पहुंचाया गया है ।
३. ट्वीटर
समितिके ट्वीटर खातोंसे किए गए ‘ट्वीट्स’को भी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है ।
हिंदुओं को चलचित्र पीके द्वारा किए गए अनादर के विषयमें सटीक जानकारी मिलने की दृष्टि से जालस्थल पर विशेष पृष्ठ बनाया गया है ।
जिनकी मार्गिका निम्नानुसार है :
१. अंग्रेजी : https://www.hindujagruti.org/hindi/news/15188.html
२. हिंदी : http://www.hindujagruti.org/news/33876.html
इसमें प्रमुखतासे चलचित्र पीके का विरोध क्यों करें ? चलचित्रके विरोध में हिंदू संत और नेताओं की प्रतिक्रिया, समिति की मांगें, देशभर में समिति सहित हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा किए जानेवाले आंदोलनोंके सचित्र समाचार, विविध राष्ट्रीय समाचार प्रणालोंपर समितिके प्रवक्ताओंद्वारा किए जानेवाले हिंदुओंके प्रतिनिधित्वके वीडियो, इस विषयपर हिंदू समाचारों के वीडियो, प्रत्येक हिंदूको पीके के विरोधमें किए जानेवाले कृत्य इत्यादि जानकारी दी गई है । इसके साथ ही सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली और गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नाम से चलचित्र पीके पर प्रतिबंध लगाने हेतु दिए जानेवाले निवेदनपर हस्ताक्षर अभियान उक्त मार्गिकापर प्रारंभ किया गया है ।
चलचित्र पीके के विरोधमें समितिके अभियान को गूगल ने दिया उत्कृष्ट मानांकन !
ट्वीटर सामाजिक जालस्थलपर उपयोग किया जानेवाला #BoycottPK यह शोधशब्द (Keyword) गूगलपर डालने से ट्वीटरके पश्चात समिति का क्रमांक आता है । जालस्थल पर चलाए गए इस आंदोलन को मिला हुआ यह मानांकन समिति की सफलता दर्शाता है । इसके साथ #BoycottPK इस शोधशब्दके लिए गूगल ने समिति को चौथा स्थान दिया है ।