यदि धर्मपरिवर्तन चाहिए, तो ‘घरवापसी’ क्यों नहीं ? – श्री. प्रमोद मुतालिक
बार्इं ओरसे श्री. गुरुप्रसाद, श्री. अमृतेश, कु. प्रियांका स्वामी एवं दीपप्रज्वलन करते हुए श्री. प्रमोद मुतालिक
हासन (कर्नाटक) – ३ जनवरी को हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा यहां के सप्तपदी सौदामिनी सभागृह में हिन्दू धर्मजागृति सभा सम्पन्न हुई । इस सभा में श्रीराम सेना के अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक ने स्पष्ट उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि देश एवं धर्म के लिए सक्रिय सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति समान सक्रिय संगठनों के कार्य का ध्वनिचित्रीकरण करनेवालों को ऐसा ही चित्रीकरण मदरसा तथा मस्जिदों का भी करना चाहिए । किसी भी साम्प्रदायिक संगठन का विरोध नहीं किया जाता; किन्तु हिन्दुओं का संगठन कहते ही सरकार को पेटदर्द क्यों होता है ? पत्रकार परिषद में कहा जाता है कि बेंगलुरू विस्फोट प्रकरण में ‘सिमी’ निर्दोष हैं; परन्तु सनातन संस्था पर कार्यवाही करें’ । हिन्दू क्रान्तिकारी अथवा देशभक्त होते हैं; परन्तु आतंकवादी कभी नहीं होते । इस अवसरपर व्यासमंच पर श्रीराम सेना के अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक, बेंगलुरू उच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री. एन.पी. अमृतेश, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. गुरुप्रसाद एवं सनातन संस्था की कु. प्रियांका स्वामी उपस्थित थे ।
श्री. मुतालिक ने आगे कहा, ‘’चरण-दर-चरण हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन हो रहा है । ऐसी स्थिति में बहरे बने राजनीतिज्ञ आग्र्रा के ‘घरवापसी’ के सन्दर्भ में शोर मचा रहे हैं । आमीर खान के ‘पीके’ चलचित्र को अभिव्यक्ति स्वतंत्रता कहनेवाले परिनिरीक्षण मण्डल को कमल हासन का ‘विश्वरूपम्’ विलक्षण क्यों प्रतीत हुआ ? किसी भी चलचित्र से हिन्दू धर्म दोलायमान नहीं होगा; परन्तु हिन्दू समाजको इस विषयमें कुछ भी प्रतीत नहीं होता, यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है ।’’
बाघ के जबडे में हाथ डालकर दांत उखाडने का सामथ्र्य एवं साहस हिन्दू जनजागृति समिति में है ! – अधिवक्ता अमृतेश
अधिवक्ता श्री. एन.पी.अमृतेश ने कहा कि श्री. प्रमोद मुतालिक के भाषण को भावना भडकानेवाला कहनेवाले अन्वेषण तन्त्र एवं शासन को लज्जा प्रतीत होनी चाहिए । क्या हम पाकिस्तानी हैं अथवा देशद्रोही ? हिन्दुओं की आस्था पर ‘अंधश्रद्धा का सिक्का मारनेवालों को ईसाईयों का ‘होली वॉटर’ अथवा मुसलमानों का ‘छाती ठोक लेना (फाडलेना) अंधश्रद्धा क्यों नहीं प्रतीत होता ? इसका कारण यह कि सरकार ही उनके विषय में अन्धी हो गई है । चलचित्र के माध्यम से धार्मिक भावनाएं आहत हुर्इं अथवा विडम्बना हुई, तो तत्परता से युद्ध करें । हिन्दू जनजागृति समिति निश्चित रूप से आपके साथ सदैव रहेगी; क्योंकि उसमें ही बाघ के जबडे में हाथ डालकर उसके दांत उखाडने का सामथ्र्य एवं साहस है । पूरे विश्वका ईसाईकरण करनेके सपने को, ‘हम वर्ष २०२३ से पूर्व हिन्दू राष्ट्र स्थापित करेंगे, ऐसी चुनौती देते हैं ।’’
विश्व में शान्ति प्रस्थापित करनेवाले हिन्दू धर्म की तुलना इस्लाम धर्म से करना कहां तक उचित है ? – श्री. गुरुप्रसाद
श्री. गुरुप्रसाद ने कहा कि हमारे राजनेता बकरी ईद को पाकिस्तान सैनिक को मिठाई बांटते हैं; परन्तु पाकिस्तान अमानवीय रूप से हमारे निष्पाप सैनिकों की हत्या कर रहा है । विश्व में शान्ति फैलाने हेतु प्रयासरत हिन्दू धर्म की तुलना इस्लाम से करना कहां तक उचित है ?
अन्यधर्मीय बिनासंकोच के धर्माचरण करते हैं; तो हिन्दुओं को धर्माचरण करते हुए लज्जा क्यों प्रतीत होती है ? – कु. प्रियांका स्वामी
कु. प्रियांका स्वामी ने कहा कि हिन्दू धर्म का उदय अन्य किसी भी पन्थ के उदय होने से सहस्रों वर्ष पूर्व हुआ है एवं वह एक सर्वश्रेष्ठ धर्म है; परन्तु धर्मशिक्षा के अभाव के कारण हिन्दू की अधोगति हो गई है । अन्य धर्मीय निस्संकोच रूप से धर्माचरण करते हैं; पश्चात हिन्दुओं को धर्माचरण करने में लज्जा क्यों प्रतीत होती है । सभी हिन्दुओं को धर्मशिक्षा ग्रहण कर धर्माचरण करना चाहिए ।’’
हिन्दू धर्मजागृति सभा का विरोध
१. चेन्नपट्टण में हिन्दू धर्मजागृति सभा का प्रचार करने हेतु लगाया फ्लेक्स फलक ३१ दिसम्बर की रात्रि धर्मान्धों ने फाड डाला ।
२. अनुमति लेकर लगाए १२ फ्लेक्स फलक नगरपालिका ने हटा दिए । इस सन्दर्भ में पूछने पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी ।
(हिन्दू बहुसंख्यक देश में हिन्दुओं की सभाओं का विरोध हो रहा है, तो क्या यह भारत है अथवा पाकिस्तान ? इस स्थिति को परिवर्तित करना अनिवार्य है ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात