जर्मन अखबार ‘हैमबर्गर मोर्गनपोस्ट’ के दफ्तर में जलकर नष्ट हुए दस्तावेज की तस्वीर
बर्लिन। फ्रांस की व्यंग्य पत्रिका ‘चार्ली हेब्दो’ के विवादित कार्टून छापने वाले एक जर्मन अखबार ‘हैमबर्गर मोर्गेनपोस्ट’ के दफ्तर पर हमला हुआ है। घटना हैमबर्ग शहर के उत्तरी हिस्से की है। पुलिस के मुताबिक, “कुछ लोगों ने शनिवार देर रात अखबार की इमारत पर जलती हुई चीजें फेंकी, जिससे वहां आग लग गई। इस घटना में इमारत में रखे कुछ दस्तावेज जलकर नष्ट हो गए।” उन्होंने कहा, “नीचे की मंजिल पर दो कमरों को नुकसान पहुंचा, लेकिन आग पर जल्द काबू पा लिया गया।” अखबार के दफ्तर की खिड़कियों से पत्थर भी फेंके गए। हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस ने इस मामले में घटनस्थल के पास से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस की प्रवक्ता के मुताबिक, ‘गिरफ्तार किए गए दोनों संदिग्ध अजीब तरह से व्यवहार कर रहे थे।’ अखबार ने अपने वेब पेज पर कहा है कि हमले के वक्त इमारत के अंदर कोई भी व्यक्ति नहीं था। बीते बुधवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस में चार्ली हेब्दो के कार्यालय में तीन आतंकियों ने घुसकर 10 पत्रकार सहित 12 लोगों की हत्या कर दी थी। घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों ने कहा था कि उन्होंने पत्रिका द्वारा पैगंबर पर छापे गए कार्टून्स का बदला लेने के लिए ऐसा किया है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर
१० जनवरी २०१५
शार्ली एब्डो : ७२ घंटे बाद पुलिस ने मार गिराए तीन आतंकी, ४ बंधकों की भी मौत
पेरिस – मैगजीन “शार्ली एब्डो” हमले के तीसरे दिन शुक्रवार को पेरिस के दोहरे बंधक संकट का देर शाम खूनी अंत हुआ। फ्रांसीसी पुलिस ने पूर्वी पेरिस के पोर्ट डे वानसेन के यहूदी सुपर मार्केट में छह लोगों को बंधक बनाने वाले उत्तर अफ्रीकी मूल के आतंकी अहमदी कॉलीबैली को मार गिराया। यहां चार बंधकों की भी मौत हो गइ ü। अहमदी की कथित साथी महिला आतंकी हयात बोमेदीन की फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। उधर, उत्तर पूर्वी पेरिस के दमार्ता में चाल्र्स डी गॉल एयरपोर्ट के पास एक प्रिंटिंग में छिपे भगोड़े आतंकी भाई सैद और शरीफ कुआची को भी मार गिराया गया। कुआची भाइयों द्वारा बंधक बनाए गए प्रिंटिंग प्रेस निदेशक माइकल कैआलानो को सकुशल निकाल लिया गया है।
छह धमाके हुए थे
यहूदी सुपर मार्केट में आतंकी अहमदी ने छह धमाके किए थे। कई लोगों को बंधक बनाया हुआ था। व्यस्त समय होने के कारण सुपर मार्केट में कई महिलाएं और बच्चे थे, जिन्हें आतंकी अहमदी ने बंधक बना लिया। इस दौरान कुछ बंधक भाग छूटने में सफल भी रहे।
5 साल की सजा 2 माह में छूटा
अहमदी को फ्रांस की एक अदालत ने वर्ष 2013 में एक आतंकी मामले में पांच साल की सजा के आदेश दिए थे। लेकिन अहमदी कानूनी दांव-पेच लगाकर दो माह में ही बाहर आ गया। अहमदी ने इराक में अलकायदा के लड़ाके भी फ्रांस और उत्तर अफ्रीका से भेजे थे।
ब्रिटेन में हमले की आशंका
ब्रिटिश खुफिया एजेंसी एमआई-5 के प्रमुख एंड्रयू पार्कर ने आशंका जताई है कि पेरिस की तर्ज पर अलकायदा आतंकी ब्रिटेन में भी हमले कर सकते हैं। हाल के महीनों में ऎसी तीन आतंकी साजिशों को विफल किया जा चुका है।
स्त्रोत : पत्रिका
९ जनवरी २०१५
पॅरिस में फिर हुई फायरिंग, एक की मौत, कई लोगों के बंधक बनाए जाने की खबर
पॅरीस – नॉर्थ-ईस्ट पेरिस में फिर से फायरिंग हुई है। पुलिस द्वारा एक कार का पीछा करने के दौरान यह फायरिंग हुई। इस फायरिंग में एक की मौत भी हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं। पेरिस में यह लगातार तीसरे दिन फायरिंग है। पुलिस का कहना है कि संदिग्ध कार चुराकर भाग रहे थे। पुलिस ने एक की मौत और कुछ लोगों को बंधक बनाए जाने की खबर की पुष्टि की है।
वहीं, पुलिस के विशेष दलों को हेलीकॉप्टरों की मदद से अलकायदा से सहानुभूति रखने वाले भारी हथियारों से लैस दो भाइयों के पेरिस के उत्तर में होने की जानकारी मिली है। इन दोनों पर फ्रांस की साप्ताहिक व्यंग्य पत्रिका चार्ली हेब्दो के न्यूज रूम पर हुए हमले में शामिल होने का संदेह था।
आपको बता दें कि इस सर्च ऑपरेशन में अधिकारियों को संदिग्धों द्वारा दूसरा हमला किए जाने की आशंका थी, जिनके बारे में अमेरिका के आतंकवाद रोधी अधिकारियों का कहना था कि दोनों का नाम अमेरिका की उड़ान वर्जित सूची में शामिल है। अधिकारियों ने उनकी तस्वीरें भी बांटी, जिनपर लिखा था- ‘सशस्त्र और खतरनाक’। फ्रांस की सड़कों पर 88 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
स्त्रोत : आज तक
९ जनवरी २०१५
फ्रांस : घेरे गए चार्ली हेब्दो के हमलावर, बंधक समेत बिल्डिंग में छिपे
पेरिस। व्यंग्य पत्रिका ‘चार्ली हेब्दो’ के दफ्तर पर हमला करके 12 लोगों को मौत के घाट उतारने के आरोपी दो भाईयों चेरिफ कुआची और सईद कुआची द्वारा शुक्रवार को एक कार और उसमें सवार कम से कम एक महिला को अगवा किए जाने की खबर है। संदिग्धों ने कार से भागते वक्त फायरिंग की। घटना पेरिस के उत्तर पूर्व इलाके में नेशनल हाइवे पर हुई। बाद में वे कार से उतरकर डमार्टिन अन गोले इलाके में स्थित एक मकान में घुस गए। बंधक भी उनके साथ ही है। बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को कहा गया है कि वे घर के अंदर ही बने रहें। इलाके को खाली करा लिया गया है और मौके पर कई एंबुलेंस पहुंच गए हैं। फ्रांस 24 के मुताबिक, इसमें फायरिंग और कार चेज में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इस ऑपरेशन में एक हजार अफसरों को लगाया गया है। इनमें स्पेशल फोर्सेज के जवान भी शामिल हैं। चैनल के मुताबिक, सुरक्षाकर्मी बिल्डिंग के अंदर घुसने के लिए राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। इलाके की हेलीकॉप्टर से निगरानी की जा रही है। फ्रेंच मीडिया के मुताबिक, घटनास्थल से करीब ही स्थित एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स के ऑपरेशंस पर रोक लगा दी गई है।
सीरिया में जंग लड़ चुका है एक हमलावर
इस बीच, फ्रांस के रक्षा सूत्रों ने जानकारी दी है कि हमलावरों में से एक शरीफ कौची ने सीरिया में चल रही जंग में भी हिस्सा लिया था। अब फ्रांस और अमेरिका इस मामले में दोनों ट्रेवल डीटेल्स खंगाल रहे हैं। फ्रांस सरकार ने इन दोनों के पासपोर्ट रद्द कर दिए हैं।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर
८ जनवरी २०१५
आतंक के साए में फ्रांस : पॅरिस में पुन: फायरिंग, लियॉन में मस्जिद के पास भी धमाका
नर्इ देहली – फ्रांस की राजधानी पेरिस में बुधवार को व्यंग्य पत्रिका ‘शार्ली एब्दो’ पर आतंकी हमले के बाद गुरुवार को एक बार फिर फायरिंग शुरू हो गई है। शहर के दक्षिणी इलाके मोंटोर्ग में हुए ताजा फायरिंग में एक महिला समेत दो पुलिस अधिकारी के घायल होने की खबर है। इनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है, वहीं शूटआउट के बाद एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जाता है कि फायरिंग के बाद आतंकी मेट्रो से फरार हो गए। आतंकियों ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहन रखे थे।
दूसरी ओर, फ्रांस के लियॉन शहर में सुबह 6 बजे एक मस्जिद के पास विस्फोट की भी खबर है। धमाके कारण आसपास के रेस्त्रां की खिड़कियां टूट गई हैं। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। यह एक आतंकी हमला था या कुछ और इस बात की भी जांच की जा रही है।
दरअसल, यह ट्वीट मैगजीन के पेरिस स्थित दफ्तर पर हुए हमले से कुछ देर पहले किया गया है। अपने आखिरी ट्वीट में शार्ली एब्दो के आधिकारिक ट्विटर हैंडल @Charlie_Hebdo_की तरफ से एक कार्टून शेयर किया, जिसमें चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट के नेता अबु बक्र अल-बगदादी को दिखाया गया है। इस कार्टून के कैप्शन में लिखा है, ‘आप सभी को शुभकामनाएं, अल-बगदादी तुम्हें भी’। कार्टून में इसके जवाब में बगदादी को कहते हुए दिखाया गया है, ‘और खासकर अच्छी सेहत के लिए’।
क्या उन्हें पता था हमला होगा?
फ्रांसीसी समय के अनुसार यह ट्वीट बुधवार सुबह किया गया था। यानी या तो यह हमले के कुछ देर पहले पोस्ट किया गया या फिर हमले के दौरान ही। ट्वीट के साथ जो कार्टून है वह प्रकाशित नहीं हुआ था, लेकिन यह प्रकाशित हो रहे कार्टूनों की कड़ी से जुड़ा जान पड़ता है। मैगजीन के इस हफ्ते के अंक में एक कार्टून प्रकाशित हुआ था जिसमें कहा गया, ‘फ्रांस में हाल में कोई हमला नहीं हुआ है।’ इसके साथ कार्टून का एक पगड़ीधारी चरित्र, जिसके पीठ पर क्लाशनिकोव बंदूक है कह रहा है, ‘इंतजार करो- शुभकामानाएं देने के लिए हमारे पास जनवरी तक का वक्त है।’
जाहिर है आखिरी ट्वीट और आखिरी अंक में छपे इस कार्टून के बाद यह आशंका गहराने लगी है कि क्या मैगजीन को इस हमले के बारे में पहले से जानकारी थी। हालांकि, मीडिया में एक खबर यह भी आ रही है कि मैगजीन के ट्विटर अकाउंट को हैक कर लिया गया था।
स्त्रोत : आज तक
८ जनवरी २०१५
पॅरिस हमला : ‘शार्ली एबदो’ के दफ्तर पर हमला करने वाले एक जिहादी मौराद ने किया सरेंडर
पेरिस – बुधवार को फ्रेंच व्यंग्य पत्रिका ‘चार्ली हेबडो’ पर हुए आतंकी हमले से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है कि पेरिस में मैगजीन शार्ली एबदो के दफ्तर पर हमला करने वाले एक संदिग्ध 18 साल के मौराद सरेंडर कर दिया है।
न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक फ्रेंच पुलिस ने बुधवार को मैगजीन शार्ली एबदो के दफ्तर पर हमला करने वाले तीन आतंकियों की पहचान कर ली है जिनमें से दो सगे भाई सैयद क्वाची और शेरीफ क्वाची हैं और एक 18 साल का युवक है जिसका नाम मौराद है। सैयद क्वाची और शेरीफ क्वाची तो फ्रांस निवासी है लेकिन मौराद कहां का रहने वाला है यह अभी क्लीयर नहीं है।
कहा जा रहा है कि शेरीफ क्वाची साल 2008 में भी आंतकवाद के आरोपों में 18 महीने की कैद भी काट चुका है। इस भयावह घटना में नाम आने के बाद मौराद के सरेंडर करने की खबर आ रही है।
व्हिडीआे में ७ वे सेकंद पर जिहादी ‘अल्ला हो अकबर’ की घोषणा देते हुए सुनार्इ देते है ।
गौरतलब है कि इस्लामिक आतंकवादी संगठन के दो संदिग्ध बंदूकधारियों ने बुधवार को फ्रेंच व्यंग्य पत्रिका ‘चार्ली हेबडो’ पेरिस स्थित कार्यालय में घुसकर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें संपादक समेत 12 लोगों की मौत हो गई और करीब 20 लोग घायल हो गए। घायलों में चार की हालत गंभीर है। इस हमले में पत्रिका के लिए कुछ समय पहले इस्लाम धर्म के पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बना चुके कार्टूनिस्ट की भी मौत हो गई है।
चार्ली हेबडो के कार्यालय पर हुए इस आतंकी हमले की भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोर निंदा की है।
स्त्रोत : वन इण्डिया हिन्दी
पॅरीस : पैगंबर मुहम्मद का कार्टून छापने वाली मैगजीन के दफ्तर पर जिहादी हमला, १० पत्रकारों सहित १२ की मौत
कहां धर्मभावनाआें का अनादर करनेपर विरोध करनेवाले कट्टर जिहादी, तो कहां हिन्दू देवताआेंका बार बार विडंबन होनेपर एक शब्द भी न कहनेवाले जन्महिन्दू !
पॅरिस : फ्रांस के शहर पेरिस में चार्ली हेबडो पब्लिकेशन हाउस के दफ्तर पर हुए आतंकी हमले में 10 पत्रकारों सहित 12 लोगों की मौत हो गई है। फ्रेंच मीडिया के मुताबिक मरने वालों में 2 पुलिसकर्मी भी हैं। 5 लोग गंभीर तौर पर जख्मी हैं। मैगजीन के एडिटर स्टीफन शार्बोनियर की भी हत्या कर दी गई है।
इस आतंकी हमले को दो लोगों ने अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने रॉकेट लॉन्चर और ऑटोमैटिक बंदूकों की मदद से हमले को अंजाम दिया। हमलावरों ने 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग की । जिस जगह फायरिंग की वारदात हुई है वहां अखबार के दफ्तर के साथ-साथ रिहायशी मकान भी हैं।
दोनों हमलावर कार हाईजैक करके मैगजीन के दफ्तर तक पहुंचे थे। दोनों ने अपने चेहरे पर ब्लैक मास्क लगा रखा था। दोनों हमलावर अंधाधुंध फायरिंग करने के बाद फरार होने में कामयाब रहे।
दोनों हमलावरों को मैगजीन के दफ्तर में घुसते और हमले को अंजाम देने के बाद बाहर निकलते कैमरे में कैद किया गया है। दोनों हमलावर काले कपड़े पहने हुए थे और अपने चेहरे पर काले मास्क लगा रखे थे।
मोहम्मद के अपमान का बदला
फ्रेंच मीडिया का कहना है कि जब हमलावर मैगजीन के दफ्तर में घुसे तब उन्होंने अल्लाहु अकबर का नारा लगाया। हमले को अंजाम देने के बाद हमलावरों ने कहा कि उन्होंने पैगमबर-ए-इस्लाम मोहम्मद साहिब के अपमान का बदला ले लिया है।
ग़ौरतलब है कि मैगजीन ने अपने कवर पर तीन साल पहले मोहम्मद साहिब का कार्टन छापा था। इसे लेकर साल 2011 में भी चार्ली हेबडो पब्लिकेशन हाउस के दफ्तर पर हमला किया था।
चार्ली हेबडो एक व्यंग्य मैगजीन है और इसमें मुस्लिम नेताओं के व्यंग्यात्मक कार्टून छपे थे। खबरें ये भी है कि इस मैगजीन ने आईएसआईएस के मुखिया अबु बक्र अल बगदादी के भी कार्टून छापे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अखबार के संपादक को पहले ही से हमले की धमकी दी जाती रही है।
देखें एक आैर दर्दनाक व्हिडीआे।।।
‘आंतकी हमला’
जैसे ही फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद को इस हमले की खबर मिली, वो फौरन घनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने कैबिनेट की इमरजेंसी मिटिंग बुलाई। फ्रांसुआ ओलांद ने कहा है कि ये मीडिया के खिलाफ आतंकवादी हमला है।
घटनास्थल पर पहुंचे ओलांद ने कहा, “ये एक आंतकी हमला है और इसकी निर्दयता की कोई इंतहा नहीं है। पिछले हफ़्तों में कई आतंकी हमलों को नाकाम किया गया था।”
ओलांद ने कहा ने कहा है कि आतंकियों ने पत्रकारों पर हमले किए हैं जिनकी आजादी और स्वतंत्रा फ्रांसीसी गणराज्य ने सुनिश्चित किए हैं।
क्या सूरक्षा में चूक हुई
पेरिस स्थित वरिष्ठ पत्रकार वैजू नरवणे का कहना है कि इसे सुरक्षा की चूक नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि फ्रांस में कभी कोई आतंकी हमला नहीं हुआ। उनका कहना है कि इस तरह की एक घटना को सूरक्षा में चूक नहीं कहा जा सकता।
वैजू नरवणे का कहना है कि चार्ली हेबडो एक सेकुलर मिजाज का मैगजीन है और इस मैगजीन ने मोहम्मद साहिब का वो कार्टून छापा था और जिसे पहली बार नीदरलैंड के एक अखबार ने छापा था।
स्त्रोत : एबीपी न्यूज