वैशाख अमावास्या, कलियुग वर्ष ५११५
प्रेस विज्ञप्ति
हजारों कार्यकर्ताओं के साथ धरना देते हुए श्री. जय भगवान गोयल, संदीप अहुजा एवं अन्य |
नई दिल्ली – आज राजधानी दिल्ली व देश के प्रमुख हिन्दू संगठनों ने यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के बैनर तले सुप्रीम कोर्ट पर विशाल धरना और प्रदर्शन किया। इस अवसर पर यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के महामंत्री, श्री जयभगवान गोयल (राष्ट्रीय प्रमुख, राष्ट्रवादी शिवसेना) व उपाध्यक्ष महंत श्री जयराम भारती ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश के.जी. बालाकृष्णन् ने खुद ईसाई होने के कारण जानबूझकर लिव-इन-रिलेशन मामले में श्री राधा-कृष्ण का यह कहते हुए अपमान किया कि कोई भी औरत और कोई भी आदमी बिना शादी किये साथ-साथ रह सकता है, जैसे श्री राधा कृष्ण रहते थे। इन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस टिप्पणी को तत्काल वापिस लेने की मांग करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट सौ करोड़ हिन्दुओं से तुरन्त माफी मांगे। इस अवसर पर फ्रंट के उपाध्यक्ष सर्वश्री चन्द्र प्रकाश कौशिक (राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू महासभा), श्री रजनीश गोयनका ने कहा कि सरकार बार-बार श्रीराम सेतु के मामले में उल्टे-सीधे हल्फनामे देकर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने से बाज आए और सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले में हिन्दुओं की धार्मिक आस्थाओं और विश्वास का आदर करते हुए श्रीराम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करवाये।
इस अवसर पर फ्रंट के उपाध्यक्ष सर्वश्री अनिल आर्य, संजीव राठौर, देवेन्द्र कुमार सिंह और सचिव संदीप आहूजा, रेखा पलारिया, विनोद जैन, माणिक देशमुख, कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र मोहन गुप्ता ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार एक ओर जहां श्री राम मंदिर के मामले में बरसों से हिन्दुओं के साथ खिलवाड़ करती आ रही है, वहीं दिल्ली के बड़े-बड़े पार्कों पर अवैध मस्जिदे बनवाकर मुसलमानों को खुश कर रही है। इन्होंने कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के बावजूद भी सुप्रीम कोर्ट ने हमारे आराध्य भगवान श्रीराम को टाट में बैठा रखा है, यह हमारी सहनशक्ति से बाहर है।
सुप्रीम कोर्ट की ओर कूच करते हुए श्री. चंद्रप्रकाश कौशिक, श्री. जय भगवान गोयल, संदीप अहुजा एवं महंतजी |
फ्रंट के महामंत्री श्री गोयल ने कहा कि फ्रंट आज संतों के नेतृत्व में प्रतिकात्मक रूप से सुप्रीम कोर्ट को सौ करोड़ हिन्दुओं की भावनाओं से अवगत कराने आया है। यदि तीन माह के भीतर-भीतर संतों की बात का सम्मान करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने माफी नहीं मांगी तो संतों के नेतृत्व में हिन्दू समाज लाखों की संख्या में इक्कठा होकर सुप्रीम कोर्ट का घेराव करने के लिए बाध्य होगा। इस अवसर पर सर्वश्री महंत सविन्द्र गिरी जी महाराज, स्वामी ओम जी महाराज (कोकिला वन शनिदेव), महाराज रूप चन्द जी (वृन्दावन), श्री मनोज कृष्ण गोस्वामी (वृन्दावन), लूथरा जी (विहिप), महंत आदित्य कृष्ण गिरी जी, महंत नागा बाबा श्याम गिरी जी भी मुख्य रूप से उपस्थित थे ।
सुप्रीम कोर्ट की ओर कूच करते हुए हजारों श्री राम भक्त |