माघ कृष्ण पक्ष चतुर्थी, कलियुग वर्ष ५११६
हम यह मानते हैं कि प्रत्येक स्थान पर ईश्वर हैं । जिसका ईमान सच्चा हो, जिसकी बुद्धि स्वच्छ हो, जिसका आचरण स्वच्छ हो, जो सर्व सहन करने की क्षमता रखता हो, वही खरा मुसलमान है ! – महंत ज्ञानदास महाराज
- असदुद्दीन ओवैसी के विषैले विधानोंको संत प्रत्युत्तर देते हैं; परंतु कोई हिंदुत्वनिष्ठ नेता औवेसी का प्रतिवाद क्यों नहीं करते ?
- हिंदुओ, यह जान लीजिए आपकी रक्षा केवल संत ही कर सकते हैं !
नाशिक (महाराष्ट्र) : अखिल भारतीय आखाडा परिषद के अध्यक्ष महंत ज्ञानदास महाराज ने ५ जनवरी को पत्रकारों से वार्ता करते समय विवादित विधान करनेवाले ओवैसी को ताना मारते हुए कहा है कि औवैसी को भगवान, खुदा, ईश्वर और गॉड सद्बुद्धि दें । उन्होंने कहा कि, ब्रह्मदेव ही सृष्टि के खरे जनक हैं । उनसे ही सबकी उत्पत्ति हुई है । इसलिए मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के (एमआयएम के) सांसद असदुद्दीन ओवैसी अथवा कोई भी कुछ भी कहे, उससे कुछ फरक नहीं पडता ।
कुछ समय पूर्व ही ओवैसी ने कहा था कि इस्लाम से ही सर्व धर्मों की उत्पत्ति होती है । अन्य धर्मीय जब इस्लाम स्वीकारेंगे, वह ही खरी घरवापसी होगी ।
इस संदर्भ में महंत बोले ओवैसी को शांतिपूर्वक अध्ययन करना चाहिए । इतिहास भी जान लेना चाहिए । कुरान की जानकारी लेनी चाहिए । उसमें उन्हें १ सहस्र ४०० से १ सहस्र ५०० वर्ष पूर्व का ही इतिहास मिलेगा । हिंदू अथवा सनातन धर्म का वैसा नहीं है । उसमें उससे भी पूर्व का इतिहास है । इसलिए कौन क्या कहता है, इस ओर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है ।
हम यह मानते हैं कि प्रत्येक स्थान पर ईश्वर हैं । जिसका ईमान सच्चा हो, जिसकी बुद्धि स्वच्छ हो, जिसका आचरण स्वच्छ हो, जो सर्व सहन करने की क्षमता रखता हो, वही खरा मुसलमान है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात