वाराणसी (उत्तर प्रदेश) : गुरुपूर्णिमा शिष्यों एवं साधकों के जीवन का सबसे बडा उत्सव है । इस उपलक्ष्य में हम तन, मन एवं धन का त्याग और गुरुसेवा कर गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर सकते हैं । साथ ही इसके उपलक्ष्य में ऑनलाइन गुरुपूर्णिमा का निमंत्रण देना, समाज के लोगों को ऑनलाइन अर्पण देने के लिए बताना आदि धर्मसेवा भी कर सकते हैं । हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक पू. नीलेश सिंगबाळजी ने यह मार्गदर्शन किया । सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से २३ जुलाई को ऑनलाइन पद्धति से गुरुपूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया गया है । धर्मसत्संग में उपस्थित रहनेवाले धर्मप्रेमियों को इस गुरुपूर्णिमा का अधिकाधिक लाभ हो; इसके लिए एक ऑनलाइन धर्मसेवा प्रशिक्षण सत्संग का आयोजन किया गया था । उसमें मार्गदर्शन करते हुए पू. नीलेश सिंगबाळजी ऐसा बोल रहे थे । उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, झारखंड, बंगाल एवं असम के अनेक धर्मप्रेमियों ने इस सत्संग का लाभ उठाया ।
क्षणिका
उत्तर प्रदेश के धर्मप्रेमी श्री. राहुल वर्मा ने बताया कि इस मार्गदर्शन को सुनने के उपरांत मैं सेवा करने के लिए आतुर हूं । मुझे इस गुरुपूर्णिमा का अधिकाधिक लाभ उठाना है ।