राजनीति में बैनर और होर्डिंग आम बात हैं। अक्सर ही शहरों में बड़े नेताओं, विधायकों और मंत्रियों के होर्डिंग शहरों के प्रमुख स्थानों पर दिखाई देते रहते हैं लेकिन केरल के मलप्पुरम में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के कुछ होर्डिंग्स को लेकर सोशल मीडिया में आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया। दरअसल शनिवार (24 जुलाई 2021) को कई ऐसे होर्डिंग सामने आए जिनमें सीएम विजयन को केरल का भगवान बताया गया है। हालाँकि सीपीएम के कार्यकर्ताओं का कहना है कि इन होर्डिंग्स से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
इन बड़े-बड़े होर्डिंग्स में सबसे अधिक चर्चा में है वलानचेरी के पचीरी महाविष्णु मंदिर के बाहर लगा हुआ सीएम विजयन का होर्डिंग। इस होर्डिंग में लिखा हुआ है, “आप पूछते हैं, भगवान कौन है? लोग जवाब देते हैं कि वही जो भोजन देता है।” इस होर्डिंग में सीएम विजयन की बड़ी सी तस्वीर बनी हुई है। महाविष्णु मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि मई में जब लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट की सरकार बनी थी और शपथ ग्रहण समारोह था तभी ये होर्डिंग लगाए गए थे।
इसके अलावा एक और होर्डिंग दिखाई दिया जिसमें सीएम विजयन के साथ कैबिनेट मंत्रियों की तस्वीर भी थी। इस होर्डिंग में लिखा हुआ था कि केरल में जहाँ प्रमुख मंदिर (श्री पद्मनाभस्वामी, श्री अय्यप्पा मंदिर, गुरुवायूर और कोंडुनगल्लुर) स्थित हैं वो स्थान लाल हो चुके हैं अर्थात वहाँ लेफ्ट का राज है। साथ ही होर्डिंग में यह भी लिखा गया था कि इससे बड़ा क्या सबूत चाहिए कि भगवान भी कम्युनिस्ट थे।
महाविष्णु मंदिर की कमेटी के अध्यक्ष एम रवीन्द्रन ने कहा कि दूसरे होर्डिंग को लेकर कई लोगों ने आपत्ति जताई और कहा कि वो इन होर्डिंग्स को जला देंगे। इसके चलते वलानचेरी पुलिस से संपर्क किया गया। इसके बाद इन होर्डिंग्स को हटा दिया गया। हालाँकि रवीन्द्रन ने बताया कि सीएम विजयन को भगवान बताने वाला होर्डिंग वहीं लगा रहा और सोशल मीडिया पर होर्डिंग वायरल होने के बाद उसे मंदिर से थोड़ी और दूर (करीब 20 मीटर) लगा दिया गया। हालाँकि मंदिर समिति का कहना है कि ये होर्डिंग सीपीएम कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए हैं लेकिन सीपीएम कार्यकर्ताओं ने इन होर्डिंग्स के पीछे उनका हाथ होने से साफ इनकार किया है।
पुलिस ने सोशल मीडिया पर होर्डिंग्स के वायरल होने के बाद इनके सोर्स का पता लगाना शुरू कर दिया है। इससे पहले भी चुनाव प्रचार के दौरान केरल में कई जगह पर सीएम विजयन को ‘कैप्टन‘ बताते हुए होर्डिंग और बैनर लगाए गए थे। हालाँकि इस दौरान उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के द्वारा चुनाव के पहले विजयन को कैप्टन बताए जाने का विरोध किया गया था।
संदर्भ : OpIndia