उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के कांशीराम नगर में सोमवार (26 जुलाई, 2021) को बदमाशों ने एक लड़की का अपहरण कर जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया। यह इलाका मझोला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
जानकारी के मुताबिक पीड़िता गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। उनकी आर्थिक स्थिति की वजह से वे महबूब और दिलखुश नाम के परिवार के निशाने पर आ गए। पीड़िता के पिता ने बताया कि पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण आरोपित और उसके बेटे आए दिन दबंगई दिखाते रहते हैं।
मुख्य आरोपित की पहचान महबूब और दिलखुश के बेटे सलमान के रूप में हुई है। सलमान ने पहले कई मौकों पर पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की थी। लड़की के परिवार ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी और मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद उसने कुछ दिनों तक तो उसे परेशान नहीं किया, लेकिन कुछ दिनों बाद वह फिर से लड़की के साथ छेड़छाड़ करने लगा। जब पीड़िता के परिवार ने इसकी शिकायत की, तो आरोपित और उसके परिवार ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी।
सलमान के परिवार से शिकायत करने पर उनके परिवार को लाठियों से भी पीटा गया। 26 जुलाई को लड़की रहस्यमय तरीके से घर से गायब हो गई। परिजनों ने उसकी काफी तलाश की। करीब तीन दिन बाद 29 जुलाई को गीता सैनी नाम के एक व्यक्ति ने उन्हें बताया कि लड़की का अपहरण सलमान और उसके भाइयों ने एक कार में किया था। चश्मदीद ने बताया कि लड़की कार में चिल्ला रही थी और यह भी कह रही थी कि उसे जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया गया है।
इसकी शिकायत दिलखुश से करने पर लड़की के परिवार वालों को लाठी-डंडों से पीटा गया। हालाँकि वे जान बचाने में सफल रहे। इसके बाद परिजनों ने 6 लोगों के खिलाफ मझोला थाने में शिकायत दर्ज कराई। लड़की के परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि सलमान का परिवार पीड़ित लड़की पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बना रहा है।
सलमान ने पीड़िता को एक साल से ज्यादा समय तक किया परेशान
इसके बाद पुलिस ने सलमान, फैजान, अरशद, शानू, दिलखुश और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मझोला थाने के निरीक्षक के अनुसार मामले की जाँच शुरू कर दी गई है और आरोपित की तलाश शुरू कर दी गई है। वहीं, पीड़िता की सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। यह भी सामने आया है कि आरोपित सलमान पिछले एक साल से पीड़िता को परेशान कर रहा था। हालाँकि, कांशीराम नगर पुलिस चौक में शिकायत करने पर परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लड़की को दोषी ठहराया और शिकायत को खारिज कर दिया।
इस घटना से हिंदू संगठनों में हड़कंप मच गया है। यह जानने के बाद कि पीड़िता का अपहरण किया गया और जबरन धर्म परिवर्तन किया गया, हिंदू अधिकार कार्यकर्ता प्रांशु जोशी ने पुलिस से अपहृत लड़की की शीघ्र बरामदगी सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने पुलिस को पीड़ित की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में विफल रहने पर बड़े पैमाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
संदर्भ : OpIndia