- पू. (अधिवक्ता) हरिशंकर जैनजी बने राष्ट्रीय अध्यक्ष, तो अधिवक्ता रंजना अग्निहोनी बनीं संस्थापक-अध्यक्ष !
- हिन्द साम्राज्य दल को हिन्दुओें का समर्थन प्राप्त होकर हिन्दू राष्ट्र का लक्ष्य शीघ्र पूर्ण हो, यह शुभकामनाएं !
नई देहली : सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता पू. हरिशंकर जैन की अध्यक्षता में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु राजनीतिक दल हिन्द साम्राज्य पार्टी की आधिकारिक रूप से स्थापना किए जाने की घोषणा की गई । यहां के प्रेस क्लब में आयेजित पत्रकार परिषद में पू. (अधिवक्ता) हरिशंकर जैनजी ने यह घोषणा की । इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री, सचिव तथा राष्ट्रीय संयोजक श्री. जितेंद्रसिंह बिसेन एवं राष्ट्रीय सहसंयोजक श्री. सुबेसिंह यादव उपस्थित थे ।
हिन्द साम्राज्य पक्ष का नीतिनिर्धारण
१. भारत की पुण्यभुमि पर सनातन धर्म पर आधारित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु और ८०० वर्षों की गुलामी की शृंखलाओं को फेंक देने हेतु हिन्द साम्राज्य दल की स्थापना की गई है । साथ ही सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, शैक्षणिक एवं राजनीतिक परिवर्तन लाने हेतु हिन्दू वीरों एवं वीरांगनाओं को राष्ट्र की वर्तमान स्थिति में आमूलचाल परिवर्तन लाने हेतु, साथ ही सांस्कृतिक मूल्यों की प्राप्ति हेतु इस दल की स्थापना की गई है ।
२. हमारा यह संकल्प है कि यह राजनीतिक दल अन्य राजनीतिक दलों से अलग होगा । जनता जनार्दन में प्रखर राष्ट्रवाद की भावना जागृत की जाएगी, देश की सीमाएं सुरक्षित बनेंगी, देश की खोई हुई भूमि वापस ली जाएगी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वाभिमान को अक्षुण्ण रखते हुए स्वयं का अस्तित्व का स्वीकार करते हुए अन्य देशों से संबंध स्थापित किए जाएंगे ।
३. आज का युवक शिक्षाक्षेत्र में परिवर्तन की मांग कर रहा है । उसे रोजगार दिलानेवाली शिक्षा चाहिए, जिससे वह अपनी जीविका चला सके । इस परिवर्तन के द्वारा प्रत्येक करदाता का सम्मान होगा । सामान्य जनता कर के भार के तले पीसी नहीं जाएगी और उसके धन का उचित उपयोग किया जाएगा ।
४. आज देश में हरित क्रांति की आवश्यकता है, साथ ही किसानों को निःशुल्क बिजली, उर्वरक, पानी, औषधियां और आवास जैसी मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिएं ।
५. किसी भी क्षेत्र में कर्मचारियों और श्रमिकों का शोषण न हो । उन्हें उचित वेतन एवं सेवानिवृत्ति वेतन और सुरक्षा मिले; इसके लिए यह दल संघर्ष करेगा ।
६. बहुसंख्यक हिन्दू अपनी सांस्कृतिक विरासत की पुनर्स्थापना की इच्छा रखते हैं । वर्ष १९९२ के उपरांत तोडे गए मंदिरों, धार्मिक स्थलों और मठों की पुनर्स्थापना की जाए, यह हमारा लक्ष्य है । बहुसंख्यक हिन्दुओं को न्याय मिलना चाहिए । हिन्दुओं का अहित करनेवाले कानूनों की रद्द करने में हमारी प्रधानता होगी ।
७. जबतक हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु नया संविधान नहीं बनाया जाता, तबतक हमारे वर्तमान संविधान के अंतर्गत जनता को न्याय दिलाने हेतु संघर्ष करना पडेगा ।
८. धार्मिक अल्पसंख्यकों को संविधानविरोधी पद्धति से प्रदान किए गए लाभों को समाप्त करना हमारी प्राथमिकता होगी ।
९. संविधान की धारा ३०, वक्फ कानून, वक्फ काऊन्सिल, अल्पसंख्यक मंत्रालय, पूजा स्थल (विशेष) अधिनियम १९९१ आदि कानूनों को रद्द करने हेतु कदम उठाए जाएंगे ।
१०. श्रीरामजन्मभूमि की भांति ही मथुरा, काशी एवं भोजशाला (धार, मध्य प्रदेश) के मंदिरों को मुक्त करने के लिए प्रधानता होगी ।
११. धार्मिक अल्पसंख्यकों को संविधान के आधार पर आरक्षण का लाभ नहीं दिलाया जा सकता; इसलिए धार्मिक अल्पसंख्यकों को पिछडे वर्ग की सूची से बाहर निकालकर केवल अनुसुचित जातियों-जनजातियों को ही आरक्षण के लाभ दिए जाएंगे ।
१२. न्यायपालिका विकलांग बनती जा रही है । निर्धन लोग न्याय से वंचित रह रहे हैं । न्यायाधिशों की नियुक्तियां, सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्तियों, साथ ही न्यायिक प्रक्रिया में परिवर्तन लाकर उसे निष्पक्ष बनाना पडेगा । उसके कारण जनता को निष्पक्ष न्याय मिलेगा ।
इस दल ने जनता से यह आवाहन किया है कि हमारे इस कार्य में और महान रक्तहीन क्रांति में भागीदार बनिए और देश की जनता को सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय दिलाने हेतु, साथ ही न्यायिक प्रक्रिया को जनताभिमुख बनाने हेतु हमारी सहायता कीजिए ।
हिन्दुओं का विकास ही हिन्दू राष्ट्र का उद्देश्य होगा ! – पू. (अधिवक्ता) हरिशंकर जैनजी
पू. (अधिवक्ता) हरिशंकर जैनजी ने पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए प्रतिपादित किया कि जो हिन्दू राष्ट्र की बात करेंगे, वे हमारे साथ होंगे । चुनाव लडे जाएंगे; परंतु किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन कर हम मंत्री नहीं बनेंगे । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने पर शासन चलाया जाएगा । इसका उद्देश्य हिन्दुओं का विकास रहेगा । हिन्दुत्व का सूत्र होगा । शासन के आनेपर घरवापसी (धर्मांतरित हिन्दुओं का हिन्दु धर्म में पुनर्प्रवेश कराना) कार्यक्रम केरल से आरंभ किया जाएगा । राजनीतिक भ्रष्टाचार को समाप्त किया जाएगा ।
हिन्दू साम्राज्य पार्टी को शुभकामनाएं ! – सनातन संस्था
अध्यात्मप्रसार करनेवाली सनातन संस्था का समष्टि लक्ष्य हिन्दू राष्ट्र की स्थापना है तथा इइके लिए संस्था आध्यात्मिक स्तर पर कार्यरत है । हिन्द साम्राज्य पार्टी हिन्दू हित के लिए हिन्दुओं का संगठन करेगी । हिन्दू राष्ट्र की ओर अग्रसर इस दल के मंदिररक्षा, संस्कृतिरक्षा इत्यादि विषयों पर आधारितक कार्यक्रमों के माध्यम से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हो, यह ईश्वर की चरणों में प्रार्थना है तथा हिन्द साम्राज्य पार्टी को शुभकामनाएं !
– कृतिका खत्री, प्रवक्ता, सनातन संस्था