हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से युवक-युवतियों के लिए ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन !
सांगली : प्रेम में एक-दूसरे के प्रति निष्ठा एवं सम्मान की भावना होती है । प्रेम में त्याग होता है; परंतु ‘लव जिहाद’ का अर्थ हिन्दू युवतियों के साथ धोखाधडी कर उन्हें यातनाओं की खाई में ढकेल देना है । इसमें ‘लव’ का अर्थ धोखाधडीवाला प्रेम और जिहाद का अर्थ विश्व में इस्लामी राज्य स्थापित करना है । ‘लव जिहाद’ की बलि चढे युवतियों को केवल बच्चों को जन्म देनेवाले यंत्र की भांति देखा जाता है । अतः ‘लव जिहाद’ की बलि चढे युवतियों का उपयोग केवल उपभोग की वस्तु के रूप में ही किया जाता है । हिन्दू जनजागृति समिति के पश्चिम महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा एवं गुजरात राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने ऐसा प्रतिपादित किया ।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से युवक-युवतियों के लिए ऑनलाइन पद्धति से आयोजित ‘लव जिहाद – एक भीषण समस्या एवं उसके उपाय’ विषय पर वे ऐसा बोल रहे थे । १५० से अधिक युवक-युवतियों ने इस कार्यक्रम का लाभ उठाया । कार्यक्रम का सूत्रसंचालन एवं आभार प्रदर्शन डॉ. मेघा लंबे ने किया ।
श्री. मनोज खाडये ने आगे कहा, ‘‘लव जिहाद में फंसी हुई हिन्दू युवतियों द्वारा जन्में बच्चों का आत्मघाती दलों में और बमविस्फोट करने के लिए उपयोग किया जाता है, साथ ही शस्त्रों की तस्करी एवं मानवीय बम के रूप में भी उनका उपयोग किया जाता है । हिन्दू युवतियों को झूठे प्रेमजाल में फंसाकर उनका अश्लील चित्रीकरण कर उनकी असहायता का अनुचित लाभ उठाकर पैसे लूटना, घर के अनेक लोगों द्वारा पीडित युवति का उपभोग लिया जाना और आगे जाकर वेश्यालयों में उन्हें बेच देना जैसे अनेक अघोरी एवं मानवता को कालिख पोतनेवाली घटनाएं ‘लव जिहाद’ के माध्यम से की जाती हैं । इसे टालने हते हिन्दू युवतियों को स्वरक्षा प्रशिक्षण देना आवश्यक है, साथ ही इस्राईल देश के कठोर कानूनों की भांति हमारे देश में भी कठोर कानून बनाने हते सरकार को बाध्य किया जाना चाहिए ।’’