Menu Close

लाहौर : रिजवान ने ‘या अली’ के नारे लगाते तोडी महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा

19वीं सदी के महानायक ‘शेर-ए-पंजाब’ महाराजा रणजीत सिंह की पाकिस्तान के लाहौर में स्थित प्रतिमा को मंगलवार (17 अगस्त 2021) को तीसरी बार एक कट्टरपंथी ने तोड़ दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वहीं आरोपित रिजवान को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पत्रकार शिराज हसन द्वारा अपलोड वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति (रिजवान) आता है औऱ मूर्तियों को तोड़ने लगता है। उसने घोड़े पर बैठे महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा के हाथ को पकड़कर नोच लिया। इसके बाद आरोपित ने पूरी की पूरी प्रतिमा को ही घोड़े से नीचे फेंक दिया, जिससे वो क्षतिग्रस्त हो गई। इस दौरान आरोपित ‘या अली-या अली’ के नारे भी लगा रहा था।

हालाँकि, आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन इससे पहले जब तक उसे रोका जाता वो प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर चुका था। इस दौरान उसने पंजाब के पूर्व शासक के खिलाफ नारेबाजी भी की। ठंडे कांसे से बनी इस प्रतिमा का अनावरण वर्ष 2019 में किया गया था। यह करीब 9 फीट ऊँची है। इसमें सिख सम्राट एक घोड़े पर बैठे हैं और उनके हाथ में तलवार थी।

इससे पहले भी तोड़ी गई है प्रतिमा

पाकिस्तान में ऐसा तीसरी बार है जब महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को उपद्रवियों ने तोड़ा है। इससे पहले अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के विरोध में लाहौर स्थित महाराजा रणजीत सिंह की 9 फीट ऊँची प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इस मामले में एक मौलाना को गिरफ्तार भी किया गया था। इसके बाद 11 दिसंबर 2020 में लाहौर में ही महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।

इस मामले में भी एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया था और पूछताछ के दौरान उसने बताया था कि नफरत और कट्टरपंथ के कारण उसने ऐसा किया था। इस दौरान आरोपित युवक ने बताया था कि मौलाना खैम हुसैन रिज़वी ने अपने भाषणों में महाराजा रणजीत सिंह पर मुसलमानों की हत्या का आरोप लगाया था। इसी कारण वो उनसे घृणा करता था।

संदर्भ : OpIndia

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *