धर्मरक्षा के लिए प्रत्येक को वीरभद्र बनना चाहिए ! – श्री श्री गुरुनागभूषण शिवाचार्य महास्वामी, रम्बापुरी शाखा मठ, मल्लाळी मठ, तीर्थहळ्ळी
श्री. गुरुप्रसाद, श्री श्री गुरुनागभूषण शिवाचार्यमहास्वामी, श्री. प्रमोद मुतालिक, कु. प्रियांका स्वामी
शिवमोग्गा (कर्नाटक) – यहां के गायत्री मांगल्य मंदिर में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर ४ जनवरी को धर्मसभा आयोजित की गई थी । इस धर्मसभा को संबोधित करते हुए श्री श्री गुरुनागभूषण शिवाचार्य महास्वामी ने कहा कि हिन्दुओं में केवल अस्तित्व और भान शेष है; परंतु जागृति न होने के कारण हिन्दू धर्मपर निरंतर आक्रमण हो रहे हैं । धर्मपर आघात होने पर स्वयं भगवान अवतार धारण कर धर्मसंस्थापना करते हैं । उसी प्रकार धर्मरक्षा के लिए प्रत्येक को वीरभद्र बनना चाहिए । इस सभा में १ सहस्र ६०० से अधिक धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
इस समय श्रीराम सेना के अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक ने कहा, ‘‘अन्य धर्मीय संगठित हैं इसलिए सर्व पक्ष उनका तुष्टीकरण करते हैं । इसलिए अकबरुद्दीन ओवैसी जैसे १५ मिनट में १०० करोड हिन्दुओं को समाप्त करने की बातें करते हैं; परंतु इसके विरोध में कोई एक शब्द भी नहीं बोलता । हिन्दुओं द्वारा आक्रमण का प्रतिकार करनेपर उसे जातीय अनबन कहते हैं तथा उनकी रक्षा करनेके लिए कोई भी राज्यकर्ता अथवा पुलिसवाले दौडकर नहीं आते । इसलिए हमें ही अपनी रक्षा करना सीखना चाहिए ।’’
हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. गुरुप्रसाद ने कहा, ‘‘आज अन्य धर्मीय संगठित होने के कारण राज्यकर्ता उनकी सुनते हैं । उसी प्रकार हम संगठित होंगे, तो राज्यकर्ताओं को हमारी भी सुननी पडेगी । इस अवसरपर सनातन संस्था की कु. प्रियांका स्वामी ने हिन्दूधर्म, धर्माचरण का महत्व और हिन्दू संस्कृति के विषय में मार्गदर्शन किया तथा युवकों के योगदान का महत्व बताया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात