उद्बोधन के उपरांत धर्मशास्त्र का पालन कर मूर्तियों का बहते पानी में विसर्जन करनेवाले ही सच्चे गणेशभक्त ! – संपादक दैनिक सनातन प्रभात
कोल्हापुर (महाराष्ट्र) : श्री गणेशमूर्तियों का शास्त्र के अनुसार बहते पानी में विसर्जन हो; इसके लिए हिन्दू जनजागृति समिति विगत अनेक वर्षाें से मूर्ति विसर्जन उद्बोधन अभियान चला रही है । कोरोना महामारी के कारण पिछले २ वर्षाें से प्रत्यक्षरूप से कार्यस्थल पर जाकर उद्बोधन करने पर भले ही मर्यादाएं आ रही हों; परंतु विगत अनेक वर्षाें से किए गए उद्बोधन के कारण अधिकांश गांवों में श्री गणेशमूर्तियों का १०० प्रतिशत विसर्जन होने का देखने को मिला । प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रशासन को विविध स्थानों पर ज्ञापन प्रस्तुत किए गए थे, साथ ही सामाजिक माध्यमों द्वारा भी व्यापक उद्बोधन किया गया था ।
१. करवीर तहसील के केरली में १०० प्रतिशत मूर्तियों का विसर्जन हुआ । यहां रोटरी क्लब, २ स्थानीय महाविद्यालयों और ग्रामपंचायत की ओर से श्री गणेशमूर्तियों और निर्माल्य का दान लेने का उपक्रम चलाया जाता है । इस वर्ष भी आरंभ में १० मूर्तियां दान में ली गईं । यह बात धर्मप्रेमी श्री. संजय माने को ज्ञात होने पर उन्होंने ग्रामपंचायत सदस्य श्री. दीपक पाटिल से विचारविमर्श कर उन्हें बताया कि मूर्तिदान देने से श्री गणेश का अनादर होता है और उससे हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं । उसके उपरांत ग्रामपंचायत कर्मचारी एवं श्री. दीपक पाटिल ने इन मूर्तियों का पुन! विसर्जन किया । इस उपक्रम में धर्मप्रेमी श्री. तानाजी पाटिल एवं श्री. राजाराम माने ने भाग लिया । (शास्त्र के अनुसार श्री गणेशमूर्तियों का बहते पानी में विसर्जन करने हेतु प्रधानता लेनेवाली सभी धर्मप्रेमियों का अभिनंदन ! ऐसे जागृत धर्मप्रेमी ही हिन्दू धर्म के लिए आशास्थान हैं ! – संपादक दैनिक सनातन प्रभात )
२. मलकापुर में नगरपरिषद द्वारा हिन्दू जनजागृति समिति को दिए गए आश्वासन के अनुसार किसी पर भी मूर्ति दान देने के लिए जबरदस्ती नहीं की । यहां केवल ३ गणेशमूर्तियां दान में मिलीं । यह बात समिति के कार्यकर्ता वैद्य संजय गांधी को ज्ञात होने पर उन्होंने इस संदर्भ में मुख्याधिकारी, नगराध्यक्ष, साथ ही पार्षदों को दूरभाष कर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए इन मूर्तियों का भी विसर्जन करने का आग्रह किया । विसर्जनस्थल पर समिति के सर्वश्री प्रसाद कुलकर्णी, सुधाकर मिरजकर, आशिष कोळवणकर एवं अनंत ढोणे देरराततक उपस्थित थे ।
३. पुलाची शिरोली में ग्रामपंचायत की ओर से सरपंच श्री. शशिकांत खवरे एवं उपसरपंच श्री. सुरेश यादव ने मूर्ति विसर्जन के लिए बिरदेव सरोवर में विशेष प्रबंध किए थे । शिरोली गांव के १५० गणेशोत्सव मंडलों ने श्री गणेशमूर्तियों की स्थापना की थी । इन सभी मूर्तियों का विसर्जन किया गया । बडी मूर्तियों के विसर्जन हेतु ग्रामपंचायत की ओर से लकडी का बेडा तैयार किया था और ग्रामपंचायत कर्मचारियों ने भी मूर्तिविसर्जन करने में सहायता की । (श्रद्धालुओं और गणेशोत्सव मंडलों की मूर्तियों के विसर्जन हेतु बिरदेव सरोवर में विशेष प्रबंध करनेवाले सरपंच शशिकांत खवरे एवं उपसरपंच सुरेश यादव का अभिनंदन ! प्रत्येक जनप्रतिनिधियों को उनका आदर्श सामने रखकर इस प्रकार से प्रधानता लेना अपेक्षित है ! – संपादक दैनिक सनातन प्रभात )
४. उंचगांव में ९० प्रतिशत मूर्ति विसर्जन हुआ । मूर्ति विसर्जन करने हेतु ग्रामपंचायत ने श्रद्धालुओं का अच्छा सहयोग किया । इसमें गणेशोत्सव मंडलों की बडी मूर्तियों के विसर्जन करने हेतु क्रेन का प्रबंध किया, साथ ही बिजली का भी प्रबंध किया था । इन मूर्तियों को पॉलिटेक्निक के निकट के सरोवर में विसर्जन किया गया ।
५. शिये के श्रद्धालुओं ने पंचगंगा नदी में विसर्जन किया ।