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नवेपारगांव (जनपद कोल्हापुर, महाराष्ट्र) : आज के समय में हलाल प्रमाणपत्र नाम से एक नई समानांतर अर्थव्यवसथा खडी हो चुकी है और इससे मिलनेवाले पैसों का उपयोग भारत में आपराधिक कृत्य करवाने के लिए किया जा रहा है । ऐसा न हो; इसके लिए हलाल की मुद्रावाले उत्पाद खरीदने नहीं चाहिएं । आधुनिक वैद्यों को ‘हलाल जिहाद’ की ओर देश के आर्थिक संकट के रूप में देखना चाहिए और इस संकट का सामना करने हेतु प्रत्येक व्यक्ति को जागृत होकर अपना योगदान देना चाहिए । हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने यह आवाहन किया । यहां के तात्यासाहेब कोरे दंत महाविद्यालय के प्राध्यापकों और कर्मचारीगण के लिए हाल ही में ‘हलाल जिहाद’ विषय पर मार्गदर्शन आयोजित किया गया था, उसमें वे बोल रहे थे ।
२५ आधुनिक वैद्यों और कर्मचारियों ने इस मार्गदर्शन का लाभ उठाया । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के गुजरात राज्य, कोंकण एवं पश्चिम महाराष्ट्र विभाग के समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने भी विविध उदाहरण देकर हलाल जिहाद किस प्रकार भारतीय अर्थव्यवस्था को अपने आगोश में लेने का प्रयास कर रही है, यह स्पष्ट किया ।
विशेष : ‘‘प्रोजेक्टर’ का उपयोग कर विषय की जानकारी दी जाने से सभी को विषय समझ लेने में सुलभता हुई ।