इंदौर SIT की गिरफ्त में आए बांग्लादेशी लड़कियों के तस्कर मुनीर उर्फ मुनीरुल ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। वह 200 से ज्यादा बांग्लादेशी लड़कियों को भारत लाकर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल चुका है। 5 साल से इस धंधे में है। उसे गुरुवार (अक्टूबर 30, 2021) को सूरत से पकड़ा गया है। वह हर महीने 55 से अधिक लड़कियों को लाता था।
इंदौर पुलिस ने 11 महीने पहले लसूड़िया और विजय नगर इलाकों में ऑपरेशन चलाकर 15 लड़कियों को पकड़ा था। मामले में सागर उर्फ सैंडो, आफरीन आमरीन व अन्य लोगों को आरोपित बनाया गया था। मुनीर भाग निकला था। उसे गुरुवार को सूरत से पकड़कर इंदौर लाया गया है। इंदौर पुलिस ने 11 महीने पहले लसूड़िया और विजय नगर इलाकों में ऑपरेशन चलाकर 21 बांग्लादेशी लड़कियों को रेस्क्यू कर छुड़ाया था। जिसमे 11 बांग्लादेशी लड़कियाँ और बाकि अन्य लड़किया भी शामिल थी।
मुनीर पर 10 हजार रुपए का इनाम था। वह बांग्लादेश के जसोर का है। 75 लड़कियों से उसने फर्जी शादी की और फिर इंडिया में लाकर बेचा। उसके पीछे बड़ा नेटवर्क है। मुनीर से पता चला है कि सेक्स रैकेट से जुड़ा गिरोह लड़कियों की पहले कोलकाता, फिर मुंबई में ट्रेनिंग कराता है। इसके बाद डिमांड पर लड़कियों को देश के दूसरे शहरों में सप्लाई किया जाता है। लड़कियों को बांग्लादेश और भारत के पोरस बॉर्डर पर नाले के रास्ते लाया जाता है। बॉर्डर के पास के छोटे गाँव में एजेंट्स लड़कियों को मुर्शिदाबाद और आसपास के ग्रामीण इलाकों में लाकर ही भारत में एंट्री करवाते हैं। फिलहाल पुलिस मुनीर से पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश के एजेंट गरीब परिवार की लड़कियों को काम दिलाने के बहाने बांग्लादेश से लड़कियों को चोरी-छिपे अवैध तरीके से बॉर्डर पार कराकर लाया जाता है। लड़कियों को मुंबई से रवाना करने के पहले उनके दस्तावेज रखवा लिए जाते थे। लड़कियाँ बांग्लादेश की ही हैं, इसकी पहचान एजेंट आँखों के जरिए करते थे।
हाल ही में एसआईटी टीम ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हनीट्रैप में नौकरशाहों और राजनेताओं को फँसाने वाली कुछ महिलाओं को गिरफ्तार किया था। साथ ही उनके पास से लैपटॉप और कई मोबाइल भी बरामद किया था। जिसमें उन्होंने हनीट्रैप में फँसाए गए पीड़ितों को समझौता करने की स्थिति में चित्रित करने वाले कई वीडियो क्लिप बरामद किया था। उसके बाद से एसआईटी टीम राज्य में जगह-जगह पर छापेमारी कर इसमें लिप्त आरोपियों कि धर-पकड़ कर रही है।
संदर्भ : OpIndia