अश्विन शुक्ल प्रतिपदा (शरद नवरात्र का पहला दिन) को मनाई जार रही हिन्दू जनजागृति समिति की 19 वर्षगाठ के अवसर पर….
प्रस्तावना
हिन्दू राष्ट्र ! वीर सावरकर ने हिन्दू राष्ट्र के नारे लगाए; परंतु स्वतंत्रता के उपरांत इस शब्द और सावरकर को अपेक्षित हिन्दू राष्ट्र का विषय भुला दिया गया । कुछ वर्ष पूर्व इस विषय की चर्चा भी नहीं की जा सकती थी । मानो हिन्दू राष्ट्र की चर्चा करना अथवा उसकी मांग करने का प्रयास करना, एक अघोषित अपराध हो । लगभग 20 वर्ष पहले तक सेक्युलरवादियों के दबाव के कारण हिन्दू राष्ट्र शब्द का उच्चारण करने का किसी में साहस नहीं था । तब 19 वर्षों पूर्व एक संगठन की स्थापना हुई और पुन: एकबार हिन्दू राष्ट्र के नारे लगने लगे । आज स्थिति ऐसी है कि चारों ओर से भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग उठ रही है । यह कहना होगा कि इस संगठन के कारण भारत के हिन्दुत्वनिष्ठों में हिन्दू राष्ट्र के विषय में आत्मविश्वासपूर्ण वातावरण निर्माण हुआ है । ऐसा दिव्य कार्य करनेवाला संगठन है हिन्दू जनजागृति समिति ! हिन्दू राष्ट्र स्थापना का महान, मंगल एवं कल्याणकारी उद्देश्य स्वीकार कर आज, अर्थात आश्विन शुक्ल प्रतिपदा को हिन्दू जनजागृति समिति की 19 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है, उस निमित्त से हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य का सिंहावलोकन प्रस्तुत है !
1. स्थापना और उद्देश्य
राष्ट्र और धर्म प्रेमियों का कृतिशील संगठन करनेवाली हिन्दू जनजागृति समिति की स्थापना 7 अक्टूबर 2002 को अर्थात घटस्थापना के दिन हुई । हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देना, राष्ट्र और धर्म पर होनेवाले आक्रमणों के विषय में हिन्दुओं को सर्तक करना, संस्कृति और धर्मरक्षा के लिए हिन्दुओं का प्रबोधन करना और सबसे महत्त्वपूर्ण है, हिन्दू राष्ट्र स्थापना की नींव रखने का अनमोल कार्य हिन्दू जनजागृति समिति कर रही है । यह कार्य करने के लिए समिति धर्मशिक्षा, धर्मजागृति, धर्मरक्षा, राष्ट्ररक्षा और सामाजिक सहायता इन पंचसूत्री के अंतर्गत विविध अभियान और उपक्रम चला रही है । इस माध्यम से हिन्दू राष्ट्रहित की दृष्टि से विचार करनेवाला एक राष्ट्रव्यापी व्यापक हिन्दू संगठन निर्माण हो रहा है ! आज समिति के ऑनलाइन धर्मशिक्षावर्ग, चर्चासत्र और शिविरों को मिलनेवाला प्रतिसाद देखते हुए समिति का कार्य हजारों धर्मप्रेमी और राष्ट्राभिमानी हिन्दुओं तक पहुंचकर उनके लिए राष्ट्र और धर्म कार्य का दिशादर्शक बना है । समिति के कठोर परिश्रम के कारण आज हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता हिन्दू समाज के मन पर अंकित हो रही है !
2. हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की यशोगाथा !
हिन्दू जनजागृति समिति पूरे भारत के हिन्दुओं को राष्ट्र और धर्म पर होनेवाले आक्रमणों के विषय में सार्वजनिक हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा; लव जिहाद, धर्मांतरण, हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता इत्यादि विविध विषयों पर हजारों प्रवचन; धर्मजागृतिपरक ग्रंथ; कश्मीरी हिन्दुओं का वंशविच्छेद, राष्ट्रपुरुष और क्रांतिकारियों की फलक-प्रदर्शनी; हिन्दू त्योहार-धार्मिक उत्सवों के विषय में धर्मशिक्षा देनेवाले हस्तपत्रक इत्यादि अनेक माध्यमों से जागृति कर रही है । साथ ही HinduJagruti.org इस जालस्थल (वेबसाईट) के माध्यम से भी पूरे विश्व के हिन्दुओं में जागृति की जा रही है । इस कार्य को पूरे भारत से उत्स्फूर्त प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है । समिति द्वारा की जा रही जागृति और प्रबोधन के कारण अब तक 400 से अधिक घटनाओं में देवता अथवा राष्ट्रपुरुषों का अपमान रोका गया है तथा महाराष्ट्र में 6 अवैध पशुवधगृह बंद करवाए गए हैं । समिति के आंदोलन के कारण गोवा शासन ने कक्षा 7 वीं की इतिहास पुस्तकों में दी गई हिन्दूद्रोही जानकारी के कारण पूरी पुस्तक परिवर्तित की है तथा कर्नाटक के बैंगळुरू जिले के 4 मंदिरों में दर्शनार्थियों के लिए वस्त्रसंहिता (ड्रेसकोड) लागू करवाने में समिति को सफलता प्राप्त हुई है । वर्ष 2021 के हरिद्वार कुंभमेले की कालावधि में रेल्वे टिकिटों पर लगाया गया यात्रा अधिभार समिति द्वारा आवाज उठाने पर रद्द किया गया । समिति ने महाराष्ट्र में कोल्हापुर, तुळजापुर के शासन-अधिग्रहित मंदिर समितियों के घोटालों का भांडाफोड किया जिससे उनकी राज्य अपराध अन्वेषण विभाग द्वारा जांच आरंभ की गई । लव जिहाद के विरोध में विगत 18 वर्षों से हिन्दू जनजागृति समिति आवाज उठा रही है । इस विषय पर समिति द्वारा प्रकाशित ग्रंथों की अब तक 3,03,775 प्रतियां वितरित हुई हैं । विगत 5-7 वर्षों के पहले लव जिहाद शासन द्वारा स्वीकारा ही नहीं जाता था; परंतु इस विषय में की जागृति के फलस्वरूप आज देश के चार राज्यों में लव जिहाद विरोधी कानून पारित किया गया है तथा दो राज्यों में विचाराधीन है । हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मजागृति के कार्य को प्राप्त यह सम्मान ही है ।
3. धर्म अर्थात ईश्वर का अधिष्ठान, यही समिति की सफलता का परिचायक !
लाखों हिंदुओं के मन में हिन्दू राष्ट्र का विचार अंकित कर समिति ने जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम् ! यह हिन्दू राष्ट्र का जयघोष प्रचलित किया । हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता केवल राष्ट्रभक्त नहीं, अपितु वे धर्माचरणी भी हैं । छत्रपति शिवाजी महाराज ने जब हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना की, तब उनके सैनिक (मावळे) भी छत्रपति शिवाजी महाराज की आदर्श व्यवस्था से निर्माण होने के कारण वे भी आदर्श ही थे । समर्थ रामदासस्वामीजी ने किए उपदेश के अनुसार सामर्थ्य आहे चळवळीचे, जो जो करील तयाचे । परंतु तेथे भगवंताचे अधिष्ठान पाहिजे । (अर्थ : आंदोलन सक्षम करने के लिए वहां ईश्वर का अधिष्ठान होना चाहिए ।) समिति के कार्यकर्ता धर्मकार्य से संबंधित प्रत्येक कृति करते हुए वहां ईश्वरीय अधिष्ठान स्थापित करने का प्रयास करते हैं; जिसके फलस्वरूप समिति के कार्य और कार्यकर्ताओं को सफलता मिलती है, ऐसी सभी की श्रद्धा है । ईश्वर की कृपा और संतों के आशीर्वाद हो, तो कार्य को सफलता प्राप्त होती है । आज असंख्य धर्मप्रेमी हिन्दुओं ने समिति के ईश्वरीय अधिष्ठान रखकर कार्य करना यह सूत्र आचरण में लाने का प्रयास आरंभ किया है ।
4. हिन्दू राष्ट्र की स्थापना इस समान ध्येय के कारण हिन्दुत्वनिष्ठों का संगठन करनेवाली एकमेवाद्वितीय हिन्दू जनजागृति समिति !
हिन्दुओं के श्रद्धाकेंद्रों का अपमान, गोहत्या, धर्मांतरण, लव जिहाद, लैंड जिहाद, हिन्दुओं की हत्या, कट्टरपंथियों के दंगे, अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण ऐसे हिन्दुओं पर आक्रमण; साथ ही सभी क्षेत्रों में समाया भ्रष्टाचार, गरीबी, जनसंख्या वृद्धि, बेरोजगारी, स्त्रियों की सुरक्षा, आरक्षण इत्यादि राष्ट्र के समक्ष उपस्थित समस्याएं; साथ ही नक्सलवाद, आतंकवाद इत्यादि सभी समस्याओं का एकमात्र उपया है हिन्दू राष्ट्र की स्थापना, ऐसा हिन्दू जनजागृति समिति सुस्पष्टता से प्रतिपादित करती आई है । इसकी प्रतीती अब अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को भी होने लगी है । इसलिए विविध समस्याओं के विरोध में अकेले कार्य करनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठ हिन्दू राष्ट्र स्थापना के एक समान ध्येय की ओर अग्रसर हो रहे हैं । संत वचनों के अनुसार वर्ष 2023 में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने ही वाली है, इस विषय में हिन्दू समाज मन में आत्मविश्वास निर्माण हो रहा है, साथ ही हिन्दू राष्ट्र की मांग करना, हिन्दुओं का संवैधानिक अधिकार है, यह हिंदुओं को सुस्पष्ट हुआ है । आज हिन्दू राष्ट्र अथवा सेक्युलर राष्ट्र यह प्रश्न न होकर इस्लामी राष्ट्र अथवा हिन्दू राष्ट्र यह प्रश्न है । देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सभी के ध्यान में आया है कि अब यह हिंदुओं के अस्तित्व का प्रश्न है । इस संभावित संकट के विषय में समिति हिन्दू समाज को जागृत करती रही है । इसलिए हिंदुओं के अस्तित्व के लिए हिन्दू राष्ट्र आवश्यक होने की भावना हिन्दुओं में निर्माण हुई है ।
5. हिन्दू जनजागृति समिति के हिन्दू राष्ट्र जागृतिपरक उपक्रम !
समिति हिन्दुओं में जागृति करने के लिए हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा, हिन्दू राष्ट्र जागृति आंदोलन, धर्मशिक्षावर्ग, जागो हिन्दूू संदेश, स्वरक्षा प्रशिक्षणवर्ग, शौर्य जागरण शिविर, प्रथमोपचार प्रशिक्षण इत्यादि उपक्रम चलाती है तथा हिन्दूसंगठनों के लिए अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन, राष्ट्रीय पत्रकार मंच, उद्योगपति परिषद इत्यादि उपक्रम आयोजित करती है । इनके साथ ही समाज सहायता हेतु सुराज्य अभियान और आरोग्य साहाय्य समिति यह उपक्रम भी चलाए जाते हैं । सोशल मीडिया के माध्यम से सप्ताह में दो बार चर्चा हिन्दू राष्ट्र की ! यह ऑनलाइन संवाद मालिका चालू है, जिसके द्वारा विविध विषयों पर मान्यवरों को आमंत्रित किया जाता है । देवताओं का अपमान रोकना, मंदिर रक्षा अभियान, संस्कृतिरक्षा अभियान, राष्ट्रध्वज का सम्मान करें अभियान, इतिहास का विकृतीकरण रोको अभियान, ऐसे अभियान नियमित रूप से चलाए जाते हैं । इस वर्ष समिति ने हलाल प्रमाणपत्र पद्धति निरस्त करें और डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व इस अंतररराष्ट्रीय हिन्दुत्वविरोधी परिषद का विरोध करने का अभियान व्यापक स्तर पर चलाया है ।
www.HinduJagruti.org जालस्थल (वेबसाईट) के साथ ही, HinduJagruti यू-ट्यूब चैनल, HinduJagrutiOrg ट्विटर हैंडल समिति की ओर से चलाए जाते हैं । साथ ही हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा नामजप सत्संग, धर्मसंवाद, भावसत्संग और बालसंस्कार इन 4 ऑनलाइन कार्यक्रमों की शृंखला भी समविचारी संगठनों के साथ चलाई जा रही है ।
विगत 19 वर्षों से अविरत कार्यरत हिन्दू जनजागृति समिति अब 20 वें वर्ष में पदार्पण कर रही है । छत्रपति शिवाजी महाराज के हिन्दवी स्वराज्य के समान आदर्श हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य का अब तक राष्ट्र-धर्म प्रेमियों ने अत्यधिक समर्थन किया है, विश्वास दर्शाया है तथा प्रत्यक्ष सहयोग किया है, जिससे प्रतिदिन नए लक्ष्य सामने रखकर समिति कार्यरत है । इस कार्य में अधिकाधिक हिन्दू सहभागी होकर हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में अपना योगदान दें, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति ने किया है ।
– श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति