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इस्लामी चरमपंथियों ने दुर्गा प्रतिमा तोडी, दो गिरफ्तार : बांग्लादेश में मूर्ति तोडने की कई घटनाएं

बांग्लादेश के चटगाँव के फिरंगी बाजार इलाके में रविवार (अक्टूबर 10, 2021) को इस्लामी चरमपंथियों ने श्री शमशानेश्वर शिव विग्रह मंदिर की दुर्गा प्रतिमा को तोड़ दिया। बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद ने घटना की जानकारी देते हुए ट्वीट किया है।

इस ट्वीट में उन्होंने क्षतिग्रस्त मूर्ति की तस्वीर के साथ लिखा है, “हमला सड़क पर उस समय हुआ जब चटगाँव के कोतवाली में पूजा मंडप में माँ दुर्गा की मूर्ति को प्रवेश कराया जा रहा था। पुलिस ने एक को गिरफ्तार किया है। चटगाँव में कोतवाली की सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं।”

जानकारी के मुताबिक पुलिस ने सोमवार (अक्टूबर 11, 2021) सुबह छापेमारी कर दुलाल (35), कबीर (42) और इकबाल (32) को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपित इसी इलाके में एक फल के गोदाम में काम करते थे। कोतवाली थाना प्रभारी (OC) मोहम्मद नेजामउद्दीन ने कहा, “फिरंगी बाजार इलाके में मूर्ति तोड़ने की घटना हुई है। हम जाँच के बाद पुष्टि करेंगे कि यह दुर्घटना थी या सुनियोजित।”

स्थानीय हिंदू लोगों ने बर्बरता का विरोध किया

इस तोड़फोड़ से इलाके में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद शिवबाड़ी और निकटतम पूजा मंडप के सैकड़ों भक्त कोतवाली थाने के सामने एकत्र हुए और लगभग दो घंटे तक विरोध किया। पूजा मंडप के अध्यक्ष अमित होर ने शिकायत दर्ज कराई है।

ढाका में दुर्गा प्रतिमा तोड़ी

बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद ने 11 अक्टूबर को ढाका में की गई बर्बरता की एक और घटना को साझा किया है। परिषद ने ट्वीट में लिखा, “प्रतिमा को फिर से तोड़ा गया। यह घटना आज शाम ढाका के सावर उपजिला के आशुलिया के रस्तमपुर गाँव की है। हम सभी पूजा मंडप अधिकारियों और स्वयंसेवकों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं ताकि वे मंदिर की सुरक्षा का ध्यान रख सकें।”

त्योहार से पहले दो और दुर्गा प्रतिमाओं में तोड़फोड़

बांग्लादेश में दुर्गा मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ का सिलसिला नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव की शुरुआत से बहुत पहले शुरू हो गया था। परिषद के एक अन्य ट्विटर पोस्ट के अनुसार, “सितंबर में कुश्तिया में दुर्गा पूजा के लिए तैयार की जा रही मूर्ति को तोड़ा गया था, मूर्ति के पूरी तरह से तैयार होने से पहले ही उसे तोड़ दिया गया।” संगठन ने एक ट्वीट में कहा, “हर साल की तरह बांग्लादेशी चरमपंथियों ने माँ दुर्गा की मूर्ति तोड़नी शुरू कर दी है। यह हर साल दुर्गा पूजा के दौरान होता है।”

त्योहार के लिए तैयार की जा रही एक और मूर्ति को 25 सितंबर को तोड़ दिया गया था। परिषद ने ट्वीट किया, “कुश्तिया के बाद, इस बार जॉयपुरहाट में दुर्गा की मूर्ति को तोड़ा गया। दुर्गा पूजा के दौरान मूर्ति की तोड़फोड़ से पता चलता है कि बांग्लादेश की कानून-व्यवस्था कितनी मजबूत है!” स्थानीय लोगों ने बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है।

संदर्भ : OpIndia

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