वैशाख शुक्ल ४ , कलियुग वर्ष ५११५
पाकिस्तान एवं चीन शत्रुराष्ट्रोंके संदर्भमें केंद्रशासनकी दुर्बल नीतिका निषेध !
मुंबई, १२ मई (वार्ता.) – जब सरबजीत सिंह पूरे २३ वर्षोंसे पाकिस्तानके कारागृहमें सड रहे थे, तब उन्हें भारत लाने हेतु प्रयास न करनेवाली केंद्रसरकारकी निष्क्रियताके कारण अंतमें उनकी हत्या कर दी गई । उसीप्रकार चीनने भारतकी सीमामें घुसपैठ कर सैन्योंका तल खडा किया । तब भी चीनको निश्चित रूपसे न पूछते हुए केंद्रशासनद्वारा दबनेकी नीति अपनाई गई । इन दोनों घटनाओंके निषेधार्थ हिंदू जनजागृति समितिद्वारा ६ मईको आजाद मैदानमें तीव्र प्रदर्शन किए गए । तत्पूर्र्व भांडुपमें प्रदर्शन किए गए । इस अवसरपर चलाए गए स्वाक्षरी अभियानमें ढाई सहस्र नागरिकोंने स्वाक्षरी की । इस स्वाक्षरीके साथ राष्ट्रपतिके नाम एक निवेदन शुक्रवारको मुंबई जनपदाधिकारीr ओकको दिया गया । इस अवसरपर हिंदू जनजागृति समितिके मुंबई समन्वयक श्री. शिवाजी वटकर एवं श्री. सतीश सोनार उपस्थित थे । पाकिस्तान एवं चीन शत्रुराष्ट्रोंके साथ सभी व्यवहार बंद करने, चीनके उत्पादोंका बहिष्कार करने तथा पाकिस्तानके कारागृहमें बंद २७० भारतीय कैदियोकी तत्काल मुक्तिके लिए पाकिस्तानपर दबावतंत्रका उपयोग करना आदि मांगें इसमें की गई हैं । स्त्रोत :दैनिक सनातन प्रभात |