जकार्ता (इंडोनेशिया) – इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णों की ७० वर्षीय पुत्री सुकमावती ने इस्लाम त्याग कर हिन्दू धर्म स्वीकारने का निर्णय लिया है । २६ अक्तूबर के दिन सुकमावती हिन्दू धर्म को विधिवत स्वीकार करने वाली हैं । सुकमावती के ३ लडकों ने भी उन्हें इसके लिए अनुमति दी है । सुकर्णों परिवार मूलरुप से हिन्दू था ।
A formal Hindu ceremony Sudhi Wadani, marking Sukmawati Sukarnoputri’s conversion to Hinduism, will be held on 26 October 2021 at Bali Agung Singaraja, a monument to her late father Sukarno in Balihttps://t.co/6jt377CeNh
— OpIndia.com (@OpIndia_com) October 23, 2021
सुकमावती सुकर्णोपुत्री की दिवंगतदादी, इडा अयू न्योमन राय श्रीमबेन ने उनके हिंदू धर्म को अपनाने के फैसले को प्रभावित किया वहीं जिस दिन धर्मांतरण समारोह होना है सुकमावती का 70वां जन्मदिन उसी दिन पडता है, बताते हैं कि सुकमावती ने इसे लेकर काफी स्टडी की है और हिंदू धर्मशास्त्र को अच्छी तरह से पढा है।
वह बीते कई वर्षों से हिंदू धर्म में शामिल होना चाहती थी
सुकमावती के हिंदू धर्म अपनाने को लेकर मंगलवार 26 अक्टूबर को बाली अगुंग सिंगराजा में ‘शुद्धि वदानी’ नाम का कार्यक्रम होगा जहां वे हिंदू धर्म अपनाएंगी वहीं सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि इसके लिए उनके परिजन भी मान गए हैं, बताते हैं कि वह बीते कई वर्षों से हिंदू धर्म में शामिल होना चाहती थी।
सुकमावती ने हिंदू धर्मशास्त्र को अच्छी तरह से पढा है
सुकमावती के वकील विटारियोनो रेजसोप्रोजो ने बताया कि इसका कारण उनकी दादी का धर्म है, उन्होंने यह भी कहा कि सुकमावती ने इसे लेकर काफी स्टडी की है और हिंदू धर्मशास्त्र को अच्छी तरह से पढ़ा है। बाली की यात्राओं के दौरान सुकमावती अक्सर हिंदू धार्मिक समारोहों में शामिल होती थीं और हिंदू धार्मिक हस्तियों के साथ बातचीत करती थीं।
स्त्रोत : टाइम्स नाऊ