बांग्लादेश के बाद अब पाकिस्तान में फिर निशाना बने पूजा स्थल
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के कोटरी में अज्ञात व्यक्तियों ने एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की। इस घटना के बाद से स्थानीय हिंदुओं में आक्रोश की लहर दौड़ गई है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में इसकी जानकारी दी गई। हमलावरों ने मंदिर में तोड़फोड़ की और दिवाली से पहले लूटपाट की। ये घटना शुक्रवार को सामने आई। हमलावर मूर्ति तोड़ने के बाद लाखों रुपये नकद और अन्य कीमती सामान को लेकर भाग गए। इस तरह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अल्पसंख्यक समुदाय की रक्षा के वादे की फिर से पोल खुल गई।
पाकिस्तान में एक बार फिर से हिंदू मंदिर में तोड़-फोड़ और चोरी का मामला सामने आया है. #Pakistan #Temple https://t.co/5tx5w24UjN
— Zee News (@ZeeNews) October 30, 2021
कोटरी पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पाहेंजी अखबार ने बताया कि अल्पसंख्यक मंत्री ने क्षेत्र के एसएसपी से रिपोर्ट मांगी है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, गुरुवार रात हैदराबाद के जमशोरो के कोटरी के दरिया बैंड इलाके के प्राचीन शिव मंदिर से अज्ञात हमलावरों ने जेवर, सोने की मूर्तियां, प्रसाद, यूपीएस बैटरी और अन्य कीमती सामान चुरा लिया। आरोपियों ने मंदिर में मौजूद देवी की मूर्ति को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। चोरी के जेवर व अन्य सामान 20 से 25 लाख रुपये के हैं।
इलाके में मंदिरों की सुरक्षा कड़ी की गई
पाक मीडिया के अनुसार अल्पसंख्यक मामलों के प्रांतीय मंत्री ज्ञान चंद इसरानी ने सूचना मिलने के बाद 48 घंटे के भीतर एसएसपी जमशोरो से घटना की रिपोर्ट मांगी और आरोपी की गिरफ्तारी के आदेश दिए। कोटरी पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसी बीच मंदिरों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। दूसरी ओर, हिंदू समुदाय ने कहा कि ऐसा लगता है कि 4 नवंबर को दिवाली से पहले उपद्रवी हिंदू-मुस्लिम दंगे कराने की साजिश रच रहे हैं। हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय ने मंदिर पर हुए हमले को लेकर दुख जताया है।
हमलावरों ने मूर्तियों का अनादर और अपमान किया
घटनाओं की जानकारी साझा करते हुए क्षेत्र के निवासी डॉ भवन कुमार ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि अज्ञात व्यक्ति मंदिर परिसर में घुसे। इस दौरान उन्होंने कांच के फ्रेम में रखे गए पवित्र मूर्तियों का अनादर और अपमान किया। एक अन्य बुजुर्ग डॉक्टर टेकचंद ने कहा कि अज्ञात हमलावरों ने मंदिर से गहने और पैसे चुराए। उन्होंने कहा, ये पहली घटना नहीं है। छह महीने पहले इसी तरह की घटना की सूचना उसी क्षेत्र में स्थित एक अन्य मंदिर में हुई। हिंदुओं ने कहा कि सिंधु नदी के तट पर तीन ऐतिहासिक मंदिर हैं, जिनमें शिव मंदिर, हनुमान मंदिर और देवी माता जो मंदिर शामिल हैं।
स्त्रोत : टीवी ९