वैशाख शुक्ल ४ , कलियुग वर्ष ५११५
गांधीनगर : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका और कनाडा में बसे प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए यूपीए सरकार पर जोरदार हमला बोला। मोदी ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भष्ट्राचार का ऐसा रूप शायद ही किसी देश को देखने मिले। उन्होंने अपने भाषण में सरबजीत सिंह, चीन के भारत में घुसपैठ करने और अपने विकास मॉडल पर चर्चा की।
मोदी ने अपने भाषण के शुरू में कहा कि हम वे लोग हैं, जिन्होंने पृथ्वी को मां माना है। हमारे यहां परिवार व्यवस्था है। उन्होंने कहा, 'अमेरिका के हर चुनाव में सभी नेता एक बात जरूर कहते हैं कि जब सत्ता में आएंगे तो परिवार व्यवस्था को मजबूत करेंगे। हजारों साल पहले हमारे पूर्वजों ने परिवार व्यवस्था दी। परिवार में रहने वाले लोग मां की कीमत जानते हैं। पृथ्वी मां के रूप में और हम पुत्र के रूप में हैं। जब मां का भाव कम हुआ, पुत्र को अपनी चिंता ज्यादा लगी तब-तब बेचैनी बढ़ी। ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ने की वजह है पृथ्वी का अनादर करना। आइए, मां के इस रूप को प्रणाम करें। मां का गौरव गान करें। इसकी रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी हो। आप सब गुजरात दिवस मना रहे हैं। ग्लोबल कम्यूनिटी है गुजराती। दुनिया ने आपके माध्यम से हमको जाना है, मैं आप सबका अभिनंदन करता हूं।'
उन्होंने कहा कि भारत में हम लोग गंगा नदी को लेकर चिंतित हैं। गंगा को जब तक हम माता मानते रहे, वह पवित्र रही, लेकिन दुनिया ने हमें इस जीवनदायिनी मां न मानकर पानी का एक स्रोत मानने को कहा, जिसका नुकसान हमें उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि गुजरात में नदी न होते हुए भी हमने कृषि में विकास करके दिखाया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, 'इन दिनों चारों ओर गुजरात की चर्चा हो रही है। दुनियाभर में चर्चा हो रही है कि २१वीं सदी किसकी सदी है? हिन्दुस्तान की हर छोटी-मोटी घटना पर दुनिया की नजर है। भारत में किसी बेटी से रेप होता है तो दुनियाभर में चर्चा होती है। लोग दुखी होते हैं। घटना कोई भी हो दुनिया का ध्यान खींच रहा है भारत। चाहे सरबजीत का मामला हो, पुणे बम ब्लास्ट की घटना हो या फिर सीमा पर हमारे जवानों का सिर काटने का मामला हो। दुनिया में जैसे भारत की अच्छाई की चर्चा हो रही है, वैसे ही बुरी बातों की भी चर्चा हो रही है। हर बारीक बातों का विश्लेषण होना स्वाभाविक है।'
उन्होंने कहा, 'हम सर्वांगीण विकास का सपना देख रहे हैं। गुजरात में सिर्फ एक कोने का ही विकास नहीं हो रहा है। यहां चौतरफा विकास हो रहा है। हमने विकास के रूप को बदल दिया है। हमारे विरोधी न जाने क्या-क्या गालियां देंगे, लेकिन जिस रास्ते पर हम गुजरात को ले गए हैं उसकी चर्चा दुनियाभर में हो रही है। हमने राज्य में रास्तों का नेटवर्क बनाया, हर जगह इस बात की चर्चा हो रही है। हमने जो इंफ्रास्ट्रक्चर का नया मॉडल दिया उसकी हर जगह चर्चा हो रही है। तहसीलों तक मेडिकल और इंजिनियरिंग कॉलेजों को पहुंचाया। १० साल के भीतर ४४ यूनिवर्सिटियां खुलीं। एजुकेशन सिस्टम में बदलाव किया। कई नए कोर्सों को राज्य के यूनिवर्सिटियों में लागू करवाया। स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई क्योंकि दुनियाभर में इसकी मांग है।'
मोदी ने कहा, 'गुजरात पहला ऐसा स्टेट है, जहां दुनिया की पहली फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी है। बाल का खाल उधेड़ने वाले न जाने क्या-क्या कहेंगे पर मैं किसी कॉलेज के डिपार्टमेंट की बात नहीं कर रहा हूं। मैं यूनिवर्सिटी की बात कर रहा हूं। गुजरात का विकास नरेंद्र मोदी ने नहीं गुजरातियों ने किया है।'
उन्होंने कहा, 'हमारे पतंग ने दुनिया में हमारी पहचान बनाई। गरीब पतंग बनाने वालों ने इसे बिजनस का रूप दिया, इसमें जान भर दी। यह आज अरबों-खरबों का बिजनस है। गुजरात पहले भी था, लेकिन जैसा आज है वैसा नहीं था। टूरिजम में गुजरात का डंका बज रहा है। अमिताभ बच्चन भी कह रहे हैं कि जिन्होंने गुजरात नहीं देखा कुछ नहीं देखा। कुछ दिन तो बिताओ गुजरात में। पहले भी सबकुछ था लेकिन विजन नहीं था। हमने रेगिस्तान में जान फूंक दी। हमने रन ऑफ कच्छ में जान फूंक दी। लाखों लोग कच्छ महोत्सव में आते हैं। करोड़ों का बिजनस होता है यहां पर।'
मोदी ने कहा, 'टाइगर को बचाने के लिए केंद्र सरकार न जाने कितनी योजनाएं चला रही है, लेकिन शेरों की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। राज्य सरकार की नीतियों की बदौलत गुजरात में शेरों की संख्या बढ़ रही है। कुपोषण पर भले ही हमारे विरोधी कुछ भी कहें पर, कैग ने भी अपनी रिपोर्ट में गुजरात के कुपोषण मैनेजमेंट की तारीफ की है। विरोधी इस बात की चर्चा नहीं करते। हम टेक्नॉलजी को गांव-गांव तक पहुंचाना चाहते हैं ताकि विकास के रेस में हमारा राज्य पीछे न हो।गुजरात सरकार की बुराई करने वाली कांग्रेस समर्थित केंद्र सरकार भी हमारे कामों की तारीफ करती है। अवॉर्ड देती है। यकीन न हो तो, आप भारत सरकार की वेबसाइट पर जाकर हमारी उपलब्धियों को देख सकते हैं।'
उन्होंने कहा, 'चीन हिन्दुस्तान में घुस आया और हम अपनी सेना को हटाने में लगे हैं। सोचिए, दिल्ली की सरकार कितनी कमजोर है कि पड़ोसी मुल्क हमारे सैनिकों के सिर काट ले जाता है और हम हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं।'
मोदी ने कहा, 'करप्शन का इतना घिनौना रूप पहले कभी देखने को नहीं मिला। भष्ट्राचारियों ने कोयले तक को नहीं बख्शा। इस घर को आग लगी घर के चिराग से। किसी को किसी पर भरोसा नहीं रहा। यह भरोसा हमें स्थापित करना होगा। हम लोगों का भरोसा कैसे स्थापित करें, देश के सामने यह बड़ा सवाल है। दिल्ली की सरकार पर किसी को भरोसा नहीं रह गया है। उसकी नीतियों पर किसी को भरोसा नहीं है। उच्च पदों पर बैठे लोगों के आचरण ने जनता का भरोसा तोड़ा है। दोस्तो, भरोसे में बड़ी ताकत होती है। गुजरात में लोगों को एक-दूसरे पर भरोसा है, इसलिए विकास कर रहे हैं हम। भरोसा टूटने का नतीजा है कि हमें दुकानों पर लिखना पड़ रहा है 'शुद्ध घी की दुकान'। वरना क्या पहले कभी दुकानों पर ऐसा लिखा देखा था आपने।'
मोदी ने कहा, 'सरदार सरोवर डैम पर सरदार पटेल की मूर्ति बनाने का सपना देखा है। स्टैचू ऑफ यूनिटी होगा इस मूर्ति का नाम। यह दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होगी। इस स्टैचू को बनाने में आपका सहयोग चाहता हूं।'
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स