फ्रांस के कांस शहर में एक ‘आतंकी’ द्वारा धारधार हथियार से पुलिसकर्मियों को घायल करने की घटना सामने आई है। हमलावर को गोली मारकर मौके पर ढेर कर दिया गया। अब पुलिस इस मामले में आगे पड़ताल कर रही है। इस घटना को ‘आतंकी’ घटना बताया जा रहा है। देश के गृहमंत्री गेराल्ड डर्मानिन ने भी इसकी पुष्टि है।
फ्रांसीसी मीडिया (बीएफएम टीवी और नाइस मेटिन न्यूजपेपर) में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि ये हमला पैगंबर का नाम लेकर किया गया है। आतंकी अल्जीरिया का 37 वर्षीय निवासी था, लेकिन ये नहीं मालूम कि वो फ्रांस कब आया था। कथिततौर पर उसने मजहबी नारेबाजी करते हुए सोमवार को पैगंबर के नाम पर इस घटना को अंजाम दिया।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि पहले वो पुलिस की कार तक आया। फिर उसने कार का दरवाजा खोला और देखते ही देखते दो पुलिसकर्मियों पर धारधार ब्लेड से हमला कर दिया। इसके बाद तीसरे पुलिसकर्मी ने उसे गोली मारकर ढेर किया। अब पुलिस हमलावर की असली पहचान पता लगाने में जुटी है।
वहीं कहा जा रहा है कि जिन पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया वो अभी खतरे से बाहर हैं। उन समय उन्होंने बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए थे वरना घाव गहरा हो सकता था। पुलिस की छानबीन में अभी तक हमलावर का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है।
उल्लेखनीय है कि फ्रांस में इससे पहले 23 अप्रैल को एक पुलिसकर्मी पर चाकू से हमला किया गया था। उस दौरान हमलावर ट्यूनिशियाई मूल का नागरिक था। उसे भी पुलिस ने मौके पर गोली मार दी थी। इस बार ये घटना कांस में घटित हुई है और वो भी ऐसे समय में जब अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में फ्रांस के गृहमंत्री गेराल्ड ने बताया कि वह सुबह ही घटनास्थल पर जा रहे हैं और नेशनल पुलिस और कांस शहर को अपना पूरा समर्थन देते हैं।
संदर्भ : OpIndia